नागपुर के आरएसएस मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में शरीक होने पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देश की संस्कृति और उसकी पहचान की विशेषता का उल्लेख करते हुए कई बातें कही। उन्होंने कहा कि मैं यहां पर राष्ट्र, राष्ट्रवाद और देशभक्ति पर बोलने आया हूं। उन्होंने कहा कि देश के लिए समर्पण ही देशभक्ति है। मुखर्जी ने कहा कि भारत खुला हुआ देश रहा है। भारत के दरवाजे पहले से खुले हुए हैं।
- मैं आज यहां भारत के बारे में बात करने आया हूं। भारत एक स्वतंत्र समाज है। देश के प्रति निष्ठा ही देशभक्ति है। राष्ट्रवाद किसी भी देश की पहचान है। हिंदू एक उदार धर्म है। भारतीय राष्ट्रवाद में एक राष्ट्रीय भावना रही है। देशभक्ति का मतलब देश के प्रति आस्था है: प्रणब मुखर्जी
- संघ समाज को संगठित करता है। भारत में जन्म लेने वाला हर व्यक्ति भारतीय है। कहा कि एक भारतयी किसी दूसरे के लिए पराया कैसे हो सकता है। संघ केवल हिंदू के लिए नहीं सबके लिए काम करता है। सकरारें बहुत कुछ कर सकती है मगर सबकुछ नहीं कर सकती। हमने सहज रूप से उन्हें आमंत्रण दिया और उन्होंने हमारा स्नेह पहचान कर इसपर सहमति दी: मोहन भागवत
- हमने प्रणब मुखर्जी को न्योता दिया था और उन्होंने इसे स्वीकार किया। प्रणब और संघ एक दूसरे के विचारों को जानते हैं, विचारों का आदान-प्रदान भारत की परंपरा है: संघ
- कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने ट्वीट करते हुए कहा- आरएसएस मुख्यालय में प्रणब मुखर्जी की तस्वीर देखकर कांग्रेस के लाखों कार्यकर्ता और जो लोग अनेकता में एकता में विश्वास करते हैं वे सभी गुस्से में हैं।
- कार्यक्रम में संघ का झंडा फहराया गया।
- कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे प्रणब मुखर्जी।
- नागपुर में आरएसएस संस्पापक केबी हेडगेवार के घर गए पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने विजिटर्स बुक में लिखा- मैं यहां पर भारत मां महान सपूत को नमन और श्रद्धापुष्प अर्पित करने आया हूं।
हालांकि, उनके इस दौरे और उनके वहां दिए जानेवाले भाषण पर देशभर की खास नज़र बनी हुई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने गुरूवार को पूर्व राष्ट्रपति के आरएसएस मुख्यालय नागपुर जाने पर अपनी असहमति जताते हुए कहा कि वे उनसे ऐसा उम्मीद नहीं कर रहे थे।
यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के काफी करीबी और उनके राजनीतिक सचिव अहमद पटेल ने ट्वीटर पर भी प्रणब मुखर्जी की बेटी की तरफ से ट्वीटर पर पूर्व राष्ट्रपति के नागपुर दौरे के विरोध में लिखी गई बातों पर अपने विचार रखे।
प्रणब की बेटी शर्मिष्ठा पिता के फैसले से नाराज- पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के संबोधन से एक दिन पहले उनकी बेटी और कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने पिता के कार्यक्रम में शामिल होने के फैसले को अनुचित ठहराया। शर्मिष्ठा ने कहा कि संघ मुख्यालय में उनका संबोधन भुला दिया जाएगा लेकिन इससे जुड़ीं तस्वीरें बनी रहेंगी। उन्होंने कहा कि संघ का न्योता स्वीकार कर पूर्व राष्ट्रपति ने भाजपा और संघ को झूठी कहानियां गढ़ने का मौका दे दिया है।