राजस्थान : कांस्टेबल भर्ती के नाम पर बेरोजगारों से हुई करोड़ों रुपए की ठगी, आईटीबीपी की नौकरी छोड़ चुका है आरोपी

आने वाले दिनों में 6 से 8 नवंबर के बीच राजस्थान में कांस्टेबल भर्ती परीक्षा होनी हैं जिसमें 17 लाख से भी अधिक अभ्यर्थी शामिल होने हैं। लेकिन इससे पहले ही इस परीक्षा से भर्ती के बहाने ठगी का मामला सामने आया हैं। जयपुर ग्रामीण की डीएसटी व विराटनगर थाना पुलिस ने डिकॉय ऑपरेशन करके बेरोजगार युवाओं से भर्ती के बहाने करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले कोचिंग संचालक सहित पांच जनों को गिरफ्तार किया। गिरोह का सरगना कस्बा निवासी राजेंद्र कुमार मीणा आईटीबीपी से भगोड़ा जवान है। एसपी ग्रामीण शंकरदत्त शर्मा ने बताया कि पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा को लेकर मुख्यालय से नकलचियों पर निगरानी रखने के आदेश मिले थे।

इस दौरान सोमवार को डीएसटी को सूचना मिली थी कि विराटनगर थाने के मैड़ स्थित नेशनल डिफेंस एकेडमी का संचालक राजेंद्र मीणा बेरोजगार युवाओं को परीक्षा से दो घंटे पहले पेपर देने का झांसा देकर 6 लाख रुपए प्रति अभ्यर्थी से सौदा कर रहा है। इस सूचना पर डीएसटी व विराटनगर थाना पुलिस ने अभ्यर्थी शाहपुरा निवासी सौरभ मीणा के जरिए डिकॉय आपॅरेशन करके कार्रवाई को अंजाम दिया। पकड़े गए कोचिंग संचालक से पूछताछ के बाद टीम ने गिरोह के चार सदस्यों को जयपुर से देर रात गिरफ्तार कर लिया।

आईटीबीपी की नौकरी छोड़ चुका है आरोपी, डिसमिस चल रहा है

पुलिस जांच में सामने आया कि राजेंद्र सिंह 2007 में आईटीबीपी में भर्ती हुआ था और 2017 में नौकरी छोड़ दी। विभाग ने इसे भगोड़ा घोषित कर दिया। वह फिलहाल कस्बे में बेरोजगारों युवकों को सेना व पुलिस में भर्ती के नाम पर मैड़ कस्बे में नेशनल डिफेंस एकेडमी खोलकर कोचिंग चलाकर ठगी कर रहा था। आरोपी से अन्य वारदातों के संबंध में पूछताछ कर रहे है। 20 से ज्यादा बेरोजगारों को ठगा एसपी शर्मा ने बताया कि आरोपी अब तक पेपर दिलाने के नाम पर 20 से ज्यादा बेरोजगारों से पैसे वसूल चुका है। इन अभ्यथिर्यों से तस्दीक की जा रही है।

प्रत्येक अभ्यर्थी से तीन किस्तों में लेता था 6 लाख रुपए

कोचिंग संचालक राजेन्द्र प्रसाद मीणा भर्ती परीक्षा का पेपर समय से दो घंटे पूर्व उपलब्ध कराने व भर्ती दिलाने के लिए 6 लाख रुपए प्रति अभ्यर्थी लेता था। यह रकत तीन किस्त में 1।20 लाख रुपए एडवांस में, पेपर देते समय 1।50 लाख रुपए व बाकी 3 लाख रुपए सलेक्शन होने के बाद वसूलता था।

अभी तक वह 20 बेरोजगार युवकों से नौकरी लगाने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी कर चुका है। डीएसटी टीम प्रभारी हेमराज मीणा, विराटनगर थानाप्रभारी राजेन्द्रसिंह राठौड़ के नेतृत्व में एसआई धर्मेन्द्र कुमार, कांस्टेबल मुकेश कुमार,अनिल सिंह की टीम ने कार्रवाई की।