उत्तर प्रदेश : पांच सदस्यों के एक गिरोह का पर्दाफाश, देते थे चोरी और डकैती को अंजाम

वर्तमान समय में बढ़ती चोरियां पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुकी हैं। इसको लेकर पुलिस ने अपनी निगरानी बढ़ाई है जिसके फलस्वरूप पांच सदस्यों के एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ जो कि चोरी और डकैती को अंजाम देते थे। इस गिरोह ने सहारनपुर में थाना जनकपुरी क्षेत्र में दो फैक्ट्रियों में चोरी को अंजाम दिया था। यह गिरोह उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों में भी एक्टिव था। गिरोह के सदस्यों ने खुलासा किया कि पंजाब के लुधियाना में भी चोरी और डकैती की घटनाओं को अंजाम दिया है।

पुलिस लाइन सभागार में मीडिया से बातचीत में एसएसपी डॉ. एस चनप्पा ने बताया कि एक सूचना के आधार पर थाना जनकपुरी प्रभारी अभिषेक कुमार सिरोही सहित पुलिस टीम ने जमालपुर रजवाहे की पुलिया से इन्हें गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में मीरपुर मनोहरपुर नागल निवासी अफजाल, याकूब, फरमान, शोएब के अलावा मुजफ्फरनगर के थना चरथावल क्षेत्र के गांव कुटेसरा निवासी सलीम शामिल हैं। इनके अलावा पंजाब के लुधियाना स्थित न्यू शक्तिनगर निवासी साजमी और लुधियाना के प्रीतनगर निवसी छोटा उर्फ छोटा डॉन अभी फरार हैं। गिरोह में आरोपी अफजाल वारदात का प्लान तैयार करता था और फरमान अन्य साथियों के साथ चोरी किए गए माल की सप्लाई का काम देखता था। एसएसपी ने बताया कि इसी गिरोह ने 24 जुलाई को कामधेनु कांप्लेक्स स्थित फैक्टरी और इससे एक माह पहले जनता रोड पर ही एक अन्य फैक्टरी में चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया था।

आरोपियों से बरामद किया गया माल

पकड़े गए आरोपियों से दो वाहनों में 33 बोरे धागे, 460 पैकेट एडिडास बनियान, 240 पैकेट एनएस बनियान, 360 पैकेट ओलेक्स ओसवाल इनरवियर, आठ थान गर्म कपड़े बरामद किए गए। इसके अलावा अवैध तमंचे और चाकू बरामद किए गए।

पंजाब में साजमी, छोटा डॉन के साथ मिलकर की घटनाएं

पुलिस के मुताबिक गिरोह के फरार चल रहे सदस्य साजमी और छोटा डॉन के साथ मिलकर पंजाब के लुधियाना में चोरी और डकैती की योजनाओं को अंजाम दिया गया। साजमी और छोटा डॉन लंबे समय से पंजाब में ही रह रहे हैं। इनमें से छोटा डॉन तो पहले देवबंद क्षेत्र के ताजपुरा में ही रह रहा था जो बाद में पंजाब चला गया। वर्ष 2013 से अब तक पंजाब के लुधियाना, जमालपुर, लाडोवाल, मेहरबान सहित अन्य क्षेत्रों में अलग-अलग घटनाओं को इसी गिरोह ने अंजाम दिया।

गुपचुप तरीके से सप्लाई करते थे माल

छानबीन में यह भी पता चला कि गिरोह का अफजाल प्लान बनाता था तो फरमान सहित अन्य सदस्य मिलकर चोरी या लूटे गए माल को सप्लाई के लिए रणनीति तैयार करते थे। गुपचुप तरीके से यहां से लेकर पंजाब के शहरों तक जहां जैसे ग्राहक मिलते, वहां वैसे माल पहुंचा दिया जाता था। एसएसपी ने बताया कि अभी गिरोह की अन्य गतिविधियों का भी पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। एसएसपी डॉ. एस चनप्पा ने बताया कि इन आरोपियों पर गैंगस्टर में कार्रवाई के साथ ही इनकी अर्जित संपत्ति को भी कुर्क करने का प्रयास किया जाएगा। ऐसे अन्य गिरोह की भी खोजबीन जारी रहेगी।