सामने आया भारत को मिलने वाले राफेल का फर्स्‍ट लुक, रोमांच पैदा कर देगा वीडियो

राफेल सौदे ( Rafale Deal ) पर दसॉल्ट के CEO एरिक ट्रैपियर ( Dassault Ceo Eric Trappier ) ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI को दिए विशेष साक्षात्कार में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है वही इसी बीच मंगलवार को फ्रांस के इस्‍त्रे-ले-ट्यूब एयरबेस पर भारतीय वायुसेना को मिलने वाले राफेल लड़ाकू विमान के बेड़े में से पहले विमान का परीक्षण किया गया है। इस दौरान राफेल को रनवे पर उतारा गया और उसके विभिन्‍न परीक्षण किए गए। अंत में इस शक्तिशाली विमान ने पहली उड़ान भरी।

मंगलवार को फ्रांस के इस्‍त्रे-ले-ट्यूब एयरबेस पर राफेल के इंजन का परीक्षण किया गया। साथ ही इसके सस्‍पेंशन सिस्‍टम और टायरों को भी परखा गया। इसके बाद इसकी तकनीकी प्रणाली की भी जांच की गई। तकनीकीकर्मियों और इंजीनियरों की देखरेख में अंत में राफेल ने आसमान में उड़ान भरी।

बेहद शक्तिशाली है राफेल :

- राफेल विमान एक बार में करीब 26 टन (26 हजार किलोग्राम) वजन के साथ उड़ान भरने में सक्षम है।

- यह विमान 3,700 किलोमीटर के रेडियस में कहीं भी हमला करने में सक्षम है।

- यह 36 हजार से 60 हजार फीट की अधिकतम ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है और यहां तक महज एक मिनट में पहुंच सकता है।

- इसमें एक बार ईंधन भरने पर यह लगातार 10 घंटे की उड़ान भर सकता है।

- इस विमान से हवा से जमीन और हवा से हवा में दोनों में हमला किया जा सकता है।

- राफेल पर लगी गन एक मिनट में 125 फायर करने में सक्षम है और यह हर मौसम में लंबी दूरी के खतरे को भांप लेता है।

दसॉल्‍ट एविएशन के सीईओ नेे दी सफाई

बता दें कि राफेल जेट डील में ऑफसेट समझौते के लिए दसॉल्‍ट-रिलायंस संयुक्‍त उपक्रम के मसले पर कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि इस मुद्दे पर दसॉल्‍ट एविएशन के सीईओ ने झूठ बोला। इस पर अब सफाई देते हुए सीईओ एरिक ट्रेपियर ने न्‍यूज एजेंसी ANI से खास बातचीत में कहा, ''मैं कभी झूठ नहीं बोलता हूं। जो सच मैंने पहले कहा था, और जो बयान मैंने दिए, वे सच हैं। मेरी छवि झूठ बोलने वाले की नहीं है। CEO के तौर पर मेरी स्थिति में रहकर आप झूठ नहीं बोलते हैं' । उन्होंने कहा, 'मेरे लिए जो अहम है, वह सच है, और सच यह है कि यह बिल्कुल साफ-सुथरा सौदा है, और भारतीय वायुसेना (IAF) इस सौदे से खुश है। दरहसल, अपनी 2 नवंबर को की गई प्रेस कांफ्रेस में राहुल ने कहा था कि दसॉल्ट ने अनिल अंबानी की घाटे में चल रही कंपनी में 284 करोड़ रुपये निवेश किए हैं। इन पैसों का इस्तेमाल नागपुर में एक जमीन खरीदने के लिए किया गया। राहुल ने कहा था, 'यह साफ है कि दसॉल्ट के सीईओ झूठ बोल रहे हैं। यदि इसकी जांच की जाए तो मोदी बच नहीं पाएंगे। इसकी गारंटी है।''