Father's Day पर पिता के दो चेहरे, एक ने जान देकर अपनी बेटी को बचाया तो दूसरे ने चॉकलेट की जिद करने वाले बेटे को उतारा मौत के घाट

21 जून को पूरी दुनिया में फादर्स डे मनाया गया। फादर्स डे खासतौर पर पिताओं को समर्पित है। ऐसे में देश से दो ऐसी घटनाएं सामने आईं, जिन्होंने पिता के दो चेहरे दिखा दिए। छत्तीसगढ़ में एक पिता ने अपनी बेटी की जान बचाने के लिए खुद को कुर्बान कर दिया वहीं, दूसरी तरफ झारखंड में एक पिता ने अपने बच्चे को इसलिए मार दिया क्योंकि वह चॉकलेट की जिद कर रहा था।

खुद की जान देकर बचाया अपने बेटी को

बेटी की जान बचाने की घटना छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से सामने आई। यहां मड़वारानी के भैसामुड़ा ग्राम पंचायत के निवासी दिलहरण धनवार (28) अपनी पत्नी और 6 वर्षीय बेटी श्वेता के साथ इलाहाबाद से लौट रहे थे। रविवार को वह बिलासपुर स्टेशन पर उतरे। बिलासपुर स्टेशन से पैदल गांव पहुंचने के लिए उन्होंने जंगल का शॉटकर्ट रास्ता चुना। रात 2 बजे के करीब वे अपने घर से आधा किलोमीटर दूर थे। यहां पगडंडी पर जानवरों के शिकार के लिए करंट बिछाया गया था, जिसके संपर्क में दिलहरण आ गया। दिलहरण की गोद में उसकी 6 साल की बेटी श्वेता थी। करंट लगने के बाद दिलहरण ने तुरंत अपनी बेटी को पत्नी की तरफ फेंक दिया, लेकिन खुद करंट की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौकें पर ही मौत हो गई। घटना के पास ही 50 मीटर की दूरी पर एक जंगली सुअर भी मरा मिला, जिससे शिकारियों के करंट फैलाने का शक और पुख्ता हो गया है।

बेटे ने चॉकलेट की जिद की तो उतारा मौत के घाट

दूसरी घटना झारखंड के गोड्डा जिले की है। यहां, रविवार को सुंदरपहाड़ी क्षेत्र में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई। यहां एक पिता ने अपने ही 17 महीने के मासूम बेटे को इसलिए पटक-पटकर मार डाला क्योंकि वह चॉकलेट की जीद कर रहा था। दरअसल, आरोपी दाउद मालतो कुछ सामान खरीदने बाजार गया था। जाते समय उसके 17 माह के बेटे रितेश ने कहा था कि लौटते समय चॉकलेट जरूर लेकर आए। बाजार में जमकर शराब पीने के बाद दाउद चॉकलेट लेना भूल गया। घर आते ही रितेश चॉकलेट के लिए जिद करने लगा। इससे गुस्से में आकर दाउद ने रितेश को कई बार उठाकर जमीन पर पटका, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। शोर सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने दाउद को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।