Kisan Bharat Bandh: किसानों ने जाम किए नेशनल और स्टेट हाईवे, बसें-ट्रेनें और बाजार भी बंद

केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठनों ने सोमवार (27 सितंबर) को पूरा भारत बंद रखा। सुबह 6 बजे शुरू हुआ बंद शाम 4 बजे तक रहेगा। 3 नये कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब, हरियाणा, यूपी के किसान धरना देते हुए आंदोलन कर रहे हैं। किसानों के भारत बंद में सभी विपक्षी दलों ने बंद में किसानों का समर्थन दिया है। कांग्रेस, बसपा, सपा, रालोद का भी समर्थन है। भारतीय किसान यूनियन, के अलावा 90 संगठन हैं जो भारत बंद में किसानों के समर्थन में खड़े हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारत बंद किया गया है। संयुक्त किसान मोर्चा में करीब 40 किसान संगठन शामिल हैं। 27 सितंबर को ही भारत बंद बुलाया गया, क्योंकि 27 सितंबर 2020 को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किसान विरोधी कानूनों को मंजूरी दी और उन्हें लागू किया था। इसे आज एक साल पूरा हो गया है।

पंजाब-हरियाणा और चंडीगढ़ में दिखा असर

नेशनल और स्टेट हाईवे बंद हैं। स्कूलों ने बच्चों की छुट्टियां कर दी हैं। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने फिजिकल सुनवाई पर रोक लगा रखी है। पंजाब और हरियाणा में बस सेवाएं ठप हैं। रेलवे ट्रैकों पर किसान डटे हैं। कई ट्रेनें रोक दी गई हैं। कैंसिल कर दी गई हैं। पूरे के पूरे बाजार बंद हैं। कहा जाए तो पूरे देश में लोगों ने किसानों को भारत बंद में सहयोग किया है।

ट्रेनों की आवाजाही पर भी पड़ा असर

कुरुक्षेत्र रेलवे स्टेशन पर मालवा एक्सप्रेस और दादर एक्सप्रेस कुछ टाइम पहले आकर खड़ी हुई हैं। दोनों ट्रेन यहीं पर खड़ी रहेंगी। मालवा एक्सप्रेस वैष्णो देवी कटरा की ओर जानी है, जबकि दादर एक्सप्रेस अमृतसर की ओर जानी है।

हरियाणा में कानून व्यवस्था रहेगी बरकरार

सीएम मनोहर लाल ने कहा कि लोकतंत्र है। किसान आंदोलन करें, लेकिन मेरी अपील है कि वे शांतिपूर्वक करें। किसी को जबरदस्ती बंद करने के लिए न कहें। लोकतंत्र में सभी को अपनी व्यवस्था के तहत काम करने का अधिकार है। प्रदेश में सुरक्षा चाक चौबंद है। पूरी व्यवस्था बनी रहेगी।

वेस्ट यूपी के 27 जिलाें में सुरक्षा के कड़े इंतजाम

वेस्ट यूपी के मेरठ, सहारनपुर, आगरा, अलीगढ़, मुरादाबाद व बरेली मंडल के 27 जिलों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। देहात, हाईवे और मुख्य मार्गों पर पुलिस की डयूटी लगाई गई है। जिसमें पुलिस को निर्देश दिए गये हैं की भारत बंद के दौरान कहीं भी कोई अप्रिय घटना नहीं होनी चाहिए।

किसान जहां पर हाईवे पर चक्का जाम करेंगे वहां भी पैनी नजर रखी जाए। लखनऊ पुलिस मुख्यालय से जोन के एडीजी,आईजी, रेंज में डीआईजी व सभी जिलों के डीएम व पुलिस कप्तानों को निर्देश दिए गये हैं की सुरक्षा को लेकर पुलिस पूरी तरह से अलर्ट रहे।

हिमाचल में भारत बंद का असर नहीं

हिमाचल प्रदेश में किसानों के भारत बंद का ज्यादा असर देखने को नहीं मिला है। सभी जिलों में बाजार खुले रहे। दुकानदार सुबह से ही दुकानों को खोल कर ग्राहकों का इंतजार करते दिखे। जबकि हिमाचल पथ परिवहन निगम की ओर से पंजाब को जाने वाली सभी बसों को रोक दिया गया। पंजाब के लिए हिमाचल से कोई भी बस नहीं गई।

लोगों की सहूलियतों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया। हिमाचल से जो बस वाया ऊना, होशियारपुर होकर कांगड़ा पहुंचती थी, उन बसों के रूट भी डायवर्ट कर दिए गए हैं।

इन्हें आने जाने में रहेगी छूट

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्त राकेश टिकैत का कहना है की किसान अपनी मांगों को लेकर भारत बंद कर रहे हैं। किसानों के साथ अपनी स्वेच्छा से कोई भी आ सकता है। हमारा उदृ़ेश्य किसी को परेशान करना नहीं है।

अस्पताल सेवा मेडिकल, स्वास्थय विभाग, शिक्षा, छात्र, आवश्यक वस्तुओं को छूट रहेगी। पुलिस, फायर विभाग व सरकारी सेवाओं के वाहन आ जा सकेंगे। इमरजेंसी में आने जाने वाले लोगों को भी परेशान नहीं किया जाएगा। छात्रों, एंबुलेस, अनिवार्य सेवाओं को छूट रहेगी।

बंद के दौरान आपातकालीन सेवाएं, अनिवार्य सेवाएं, अनिवार्य वाहन, एंबुलेंस, निजी वाहनों में जाने वाले मरीजों, छात्रों, परीक्षा देने वाले छात्रों, इंटरव्यू देने युवा, मरीज, दूध, दही, सब्जी आदि जरूरी सेवाओं के वाहनों को छूट रहेगी।

हाईवे पर इन स्थानों पर जाने से बचें

- एनएच 58 दिल्ली दून हाईवे पर सिवाया टोल, सकौती, परतापुर।
- मेरठ करनाल हाईवे पर जंगेठी, दबथुआ, भूनि चौराहा, रिठानी।
- मेरठ बड़ौत मार्ग पूठ नहर पर।
- जानी गंग नहर पर।
- मेरठ पौड़ी मार्ग, बहसूमा और छोटे मवाना।
- किला परीक्षितगढ़ में गढ़ रोड।
- मेरठ-बागपत मार्ग, जानी खुर्द।
- मेरठ बुलंदशहर हाईवे पर भी संभलकर निकलें।