फरीदाबाद: निकिता के परिजनों का प्रदर्शन, मां बोली- जब तक दोषियों का एनकाउंटर नहीं होता बेटी का अंतिम संस्कार नहीं करूंगी

फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में सरेआम लड़की की हत्या का मामला गरमाता जा रहा है। हत्या से गुस्साई भीड़ ने मंगलवार को एक मीट की दुकान तोड़ दी और हंगामा किया। मौके पर मौजूद पुलिस ने लोगों को तुरंत शांत करा दिया। इसके बाद गुस्साई भीड़ ने सड़क को जाम कर दिया है।

लड़की का परिवार भी सड़क पर बैठा है। मृतका निकिता के परिवार का कहना है कि यह लव जिहाद का मसला है। हमने अधिकारियों के सामने अपनी मांग रख दी है। वहीं, मां का कहना है कि मेरी बेटी की तरह ही दोषियों का एनकाउंटर किया जाए। जब तक एनकाउंटर नहीं किया जाता, तब तक मैं अपनी बेटी का अंतिम संस्कार नहीं करूंगी।

पुलिस ने मुख्य आरोपी तौफीक को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि 2018 में भी निकिता के परिजनों ने तौफीक के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था, लेकिन बाद में मामला सुलझ गया था।

क्या है पूरा मामला

देश की राजधानी दिल्ली से सिर्फ 63 किलोमीटर दूर हरियाणा के बल्लभगढ़ में दिनदहाड़े कार सवार बदमाश सड़क पर गाड़ी रोकते हैं और लड़की को कार में खींचने लगते हैं। साथ में सहेली भी थी। वो भी विरोध करती है, लेकिन इन हैवानों को कोई डर नहीं। कोई परवाह नहीं। लड़की विरोध करती है। तो बदमाश पिस्टल निकाल कर धमकाने लगते हैं।

जब लड़की फिर भी नहीं डरती है तो बदमाश गोली दाग देता है। पुलिस अधिकारियों की मानें तो मृतका का नाम निकिता है और वह बीकॉम फाइनल ईयर की छात्रा थी। छात्रा बल्लभगढ़ के अग्रवाल कॉलेज में एग्जाम देने आई थी।

निकिता जब एग्जाम देकर बाहर निकली तो आई-20 कार पर सवार एक युवक ने उसे गाड़ी में जबरदस्ती बैठाने की कोशिश की। लड़की ने कार में बैठने से इनकार किया तो आरोपी उसे गोली मारकर फरार हो गया। छात्रा के पिता मूलचंद तोमर मूलरूप से यूपी के हापुड़ के निवासी हैं, लेकिन लंबे समय से यहां सेक्टर-23 के पास रिहायशी सोसायटी में रहते हैं। मूलचंद ने बताया कि रोजका मेव निवासी तौफिक नाम का युवक 12वीं कक्षा तक निकिता के साथ पढ़ा था। वह उस पर दोस्ती के लिए दबाव डालता था, मगर उसने इससे साफ इनकार कर दिया था। आरोपी ने साल 2018 में छात्रा का अपहरण भी किया था, मगर तब लोकलाज के चलते परिवार ने समझौता कर लिया था। पुलिस ने छात्रा के भाई नवीन की शिकायत पर तौफिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।