सीकर : मौसी ने ही रची बाल विवाह कराने की साजिश, फर्जी आधार कार्ड बना की चालबाजी

अजीतगढ़ में बाल विवाह का मामला सामने आया है। इसकी शिकायत उसकी जयपुर में रहने वाली मां ने ही चाइल्डलाइन को की है। मामले में बच्ची की मौसी और नानी ने बच्ची की शादी करने की बात कही है, लेकिन उसके बालिग होने का आधार कार्ड भी पुलिस को सौंपा है। जबकि जब उसके असल जन्म के दस्तावेज मिले तो सभी ने सुर बदल लिया और सगाई होने की कहकर बचने लगे। दरअसल शिकायत करने वाली महिला ने बताया कि उसके पहले पति से हुई बेटी का उसकी मौसी ने अजीतगढ़ के किसी उम्रदराज व्यक्ति से बाल विवाह कर दिया है। शिकायत के बाद बताए गए पते पर पहुंची पुलिस ने अजीतगढ़ में जानकारी जुटाई तो सामने आया कि जिस बालिका की तलाश हो रही है वह तो जयपुर में ही उसकी मौसी के घर पर है।

इसके बाद जब एनजीओ की टीम जयपुर में बालिका की मौसी के पास पहुंची तो उसने पहले तो बालिका को बालिग बताया, इतना ही नहीं बल्कि इसके लिए 2002 के जन्म ति​थि वाला आधार कार्ड भी दिखाया। जब बालिका की मां ने एनजीओ को उनकी शादी ही 2004 में और बेटी को 12 मई 2005 में होना बताया तो मौसी और बालिका के सुर बदल गए। उनका कहना था कि अभी शादी नहीं हुई है केवल सगाई की है।

एनजीओ की जानकारी में कुछ तथ्य और निकलकर आए है। जिसके आधार पर एनजीओ के प्रतिनिधि ने उनको चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सामने पेश कर बालिका गृह में रखा गया है। अब एनजीओ फर्जी दस्तावेज बनाने के मामले में मामला दर्ज करवाएगी।