काबुल हमले पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा- इन धमाकों को कभी नहीं भूलेंगे, हमलावरों को ढूंढ़-ढूंढ़ कर मारेंगे

अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल के हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Hamid Karzai International Airport) के ठीक सामने गुरुवार शाम हुए दो फिदायीन हमलों के बाद अमेरिका राष्‍ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने कड़ा रुख अपना लिया है। इस हमले में 12 अमेरिकी सैनिक भी शामिल है और 15 घायल हैं। अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडेन ने कसम खाई है अमेरिकी सेना इस हमले में शामिल आतंकवादी समूह के खिलाफ एक बार फिर हमले तेज करेगी। व्हाइट हाउस के ईस्ट रूम से बोलते हुए बाइडेन ने कहा, 'इस हमले को अंजाम देने वालों को यह जान लेना चाहिए कि हम उन्‍हें माफ नहीं करेंगे। हम इन धमाकों को कभी नहीं भूलेंगे और हम उन्‍हें ढूंढ-ढूंढ कर मारेंगे।'

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'हमें विश्‍वास हो गया है कि इन हमलों में ISIS का हाथ है। अमेरिका ने उन आईएसआईएस नेताओं की पहचान कर ली है, जिन्‍होंने काबूल में हमले को अंजाम दिया है। हम किसी भी बड़े सैन्‍य अभियान के बिना भी उन सभी आतंकियों को ढूंढ सकते हैं। वो कहीं भी छुपे हों हम उन तक पहुंच सकते हैं। बाइडेन ने कहा कि उन्‍होंने अमेरिकी सैन्‍य कमांडरों से आईएसआईएस पर हमले की योजना पर काम करने को कहा है। उन्‍होंने कहा कि हम जिस स्‍थान को चुनते हैं, वहीं पर सटीक हमले करते हैं।'

इसके साथ उन्होंने कहा, 'हम अफगानिस्तान से अमेरिकी नागरिकों को निकालेंगे और अपने अफगान सहयोगियों को भी बाहर निकालेंगे। हमारा मिशन जारी रहेगा और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त फौज भी भेजेंगे।'

पेंटागन के अधिकारियों ने बताया कि इस हमले में अब तक ISIS के दो आत्मघाती हमलावरों के शामिल होने की जानकारी सामने आई है। एक बम हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के ठीक बाहर एक गेट के पास फटा, जिसके बाद गोलियां चलीं और दूसरा बम कुछ ही दूरी पर बैरन होटल के पास फट गया। अधिकारियों ने कहा गुरुवार को काबुल में जिस तरह से हमला हुआ, उसे देखने के बाद हम कह सकते हैं क‍ि अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के लिए लगभग एक दशक में सबसे घातक दिन था। गुरुवार को हुए इन बम धमाकों में कम से कम 60 अफगान नागरिक भी मारे गए हैं।