Independence Day Special : तिरंगे के अशोक चक्र की हर तीली देती हैं एक सन्देश

देश की शान तिरंगा हर भारतीय की जान हैं जिसके लिए सभी अपना सबकुछ न्यौछावर कर देता हैं। तिरंगा तीन रंगों से बना हैं जिसमें बीच में अशोक चक्र हैं। केसरिया रंग देश की शक्ति तथा साहस को, सफेद रंग शांति और सत्य का और हरा रंग हरियाली का प्रतीक हैं। अशोक चक्र में 24 तीलियाँ हैं और सभी अपना विशेष महत्व रखती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको इन्हीं 24 तीलियों के 24 सन्देश के बारे में बताने जा रहे हैं।

- न अधिक तेज।
- न अधिक धीमा।
- दुनिया मेँ दुःख है।
- दुःख का कारण है।
- कारण का निवारण
- निवारण के प्रति प्रयास करना।

- सबको शिक्षा।
- सबको सम्मान।
- सबको मानसिक स्वतंत्रता।
- सबको रोजगार।
- सबको न्याय।
- सबको चिकित्सा।
- सबको कर्तव्यों के प्रति जागरुक रहना।
- सभी को रास्ट्र के प्रति समर्पित।
- सभी के प्रति दया भाव।
- सभी के प्रति करुणा मैत्री।
- सभी के प्रति शान्ति के लिये अग्रसर होना।

- सभी के प्रति उन्नति के लिये कार्य करना।
- सभी के प्रति क्षमा भाव होना।
- अपनी आय का कुछ अंश सामाजिक उन्नति मेँ व्यय करना।
- अपने पारिवारिक जीवन का निर्वाह करना।
- अपनी उन्नति से किसी की अवनति ना करना।
- अपने द्वारा किसी को सामाजिक, मानसिक पीड़ा न पहुचाना।
- अपने स्वास्थ के प्रति सचेत।