ED ने दिल्ली के सीएम के खिलाफ झूठा बयान देने के लिए गवाह के बेटे को फंसाया, सुनीता केजरीवाल का वीडियो वायरल

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने शनिवार को पार्टी के आधिकारिक एक्स हैंडल से एक वीडियो जारी कर बड़ा खुलासा किया। वीडियो में सुनीता ने मामले और केजरीवाल की गिरफ्तारी के घटनाक्रम पर खुलकर बात की। उन्होंने पूछा, क्या आप जानते हैं कि केजरीवाल को क्यों गिरफ्तार किया गया है? केजरीवाल को एनडीए सांसद के बयान पर गिरफ्तार किया गया है। उनका नाम मगुंटा श्रीनिवासन रेड्डी (एमएसआर) है। एमएसआर आंध्र प्रदेश से एनडीए सांसद हैं। एमएसआर ने ऐसा कौन सा बयान दिया, जिसके कारण सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया?

इस सवाल पर सुनीता ने दावा किया कि ईडी ने 17 सितंबर, 2022 को एमएसआर के ठिकानों पर छापा मारा था, जहां उनसे पूछा गया था कि क्या वह कभी केजरीवाल से मिले थे। इस पर उन्होंने जवाब दिया कि वह 16 मार्च, 2021 को दिल्ली सचिवालय स्थित उनके कार्यालय में केजरीवाल से मिले थे।

सुनीता ने कहा कि एमएसआर ने ईडी को बताया कि वह दिल्ली में पारिवारिक चैरिटेबल ट्रस्ट खोलने की अपनी योजना के लिए जमीन पर चर्चा करने के लिए केजरीवाल से मिले थे। हालांकि, केजरीवाल ने कहा कि जमीन एलजी के पास है और उन्होंने उनसे आवेदन देने को कहा, इसके बाद वह चले गए। सुनीता ने आरोप लगाया कि ईडी को एमएसआर का जवाब पसंद नहीं आया और कुछ दिनों बाद उन पर दबाव बनाने के लिए उनके बेटे राघव मैजेंटा को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, एमएसआर अपने बयानों पर कायम रहे। सुनीता ने कहा कि इसके परिणामस्वरूप, उनके बेटे की जमानत खारिज होती रही।

इसके अलावा सुनीता ने कहा, 'इस दौरान सदमे के कारण राघव की पत्नी और एमएसआर की बहू ने आत्महत्या करने की कोशिश की और उनकी बूढ़ी मां की हालत बिगड़ गई, पिता भी अपने बेटे की हालत देखकर टूट गए। 17 जुलाई 2023 को पिता एमएसआर ने ईडी में अपना बयान बदल दिया।' उनके ताजा बयान के मुताबिक, उन्होंने 16 मार्च 2021 को केजरीवाल से मुलाकात की और सिर्फ 4 से 5 मिनट की संक्षिप्त चर्चा की। सुनीता ने कहा कि अपने ताजा बयान में एमएसआर ने कहा है कि कमरे में 10-12 लोग बैठे थे और उनके प्रवेश करते ही केजरीवाल ने उन्हें दिल्ली में शराब का कारोबार करने और बदले में आप को 100 करोड़ रुपये देने की सलाह दी। सुनीता केजरीवाल के दावे के मुताबिक एमएसआर ने कहा है कि केजरीवाल से यह उनकी पहली और आखिरी मुलाकात थी। इस बयान के बाद अगले ही दिन एमएसआर के बेटे राघव को ईडी ने जमानत दे दी, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि एमएसआर का यह बयान झूठा है, ऐसा सुनीत केजरीवाल ने दावा किया।

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि कोई पहली ही मीटिंग में 10-12 लोगों के सामने पैसे कैसे मांग सकता है। उन्होंने कहा, वह खुद कह रहे हैं कि यह उनकी और केजरीवाल की पहली और आखिरी मीटिंग थी। अगर किसी को पैसे मांगने होते तो क्या वह पहली ही मीटिंग में 10-12 लोगों के सामने मांगता? यह साफ है कि एमएसआर के बेटे और परिवार को 5 महीने तक बुरी तरह प्रताड़ित किया गया। इसीलिए एमएसआर ने अपने बेटे को बचाने के लिए झूठा बयान दिया। और इस बयान के दो दिन बाद ही एमएसआर के बेटे को जमानत मिल गई। केजरीवाल को जमानत देते हुए कोर्ट ने यह भी माना कि ईडी ने बिना किसी सबूत के जमानत का लॉलीपॉप देकर बयान ले लिया।

जन समर्थन मांगते हुए सुनीता ने लोगों से अपने पति के पक्ष में खड़े होने की अपील की और दावा किया कि वह कट्टर ईमानदार हैं। उन्होंने कहा, आपके बेटे केजरीवाल को एक गहरी राजनीतिक साजिश का शिकार बनाया गया है। वह एक सामान्य, शिक्षित, ईमानदार और कट्टर देशभक्त व्यक्ति है। अगर आप आज उसके साथ खड़े नहीं होते हैं, तो इस देश में शिक्षित और ईमानदार लोग कभी राजनीति में नहीं आएंगे। क्या मोदी जी केजरीवाल के साथ सही काम कर रहे हैं?