गुवाहाटी। फिल्म अभिनेत्री तमन्ना भाटिया से गुरुवार को गुवाहाटी में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पूछताछ की जा रही है। ईडी ने तमन्ना भाटिया को एचपीजेड ऐप घोटाले में पूछताछ के लिए बुलाया है। इसके अलावा, अभिनेत्री से आरोपी के तौर पर नहीं बल्कि केवल इस ऐप को बढ़ावा देने के लिए पूछताछ की जा रही है। सूत्रों के अनुसार, पूछताछ अभी भी जारी है। वह ईडी के सामने पेश होने के लिए अपनी मां के साथ गुवाहाटी आई थीं।
यह भाटिया की ईडी के साथ दूसरी पूछताछ थी। इससे पहले भी, महादेव सट्टेबाजी ऐप के इस्तेमाल के लिए अभिनेत्री की जांच की जा चुकी है। उन्हें अप्रैल में महाराष्ट्र साइबर सेल ने कथित तौर पर इंडियन प्रीमियर लीग के खेलों को फेयरप्ले ऐप पर बढ़ावा देने के लिए बुलाया था, जो महादेव की सहायक कंपनी है।
क्या है HPZ ऐप घोटाला? जानकारी के लिए बता दें कि इस ऐप के जरिए लोगों को 57 हजार रुपए निवेश करने पर रोजाना 4 हजार रुपए देने का वादा कर करोड़ों रुपए की ठगी की गई। इस तरह की ठगी के लिए शेल कंपनियों के नाम पर अलग-अलग बैंकों में फर्जी खाते खोले गए, जिनमें निवेशकों से पैसे ट्रांसफर किए गए। आरोपियों ने इस पैसे को क्रिप्टो और बिटकॉइन में निवेश करने के साथ ही महादेव जैसे कई बेटिंग ऐप पर भी पैसा लगाया। इस मामले में ईडी ने अब तक 497.20 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति जब्त की है।
महादेव बेटिंग ऐप मामला क्या है? अधिकारी महादेव बेटिंग ऐप विवाद की जांच कर रहे हैं, जिसने काफी ध्यान आकर्षित किया है। माना जा रहा है कि यह घोटाला करीब 15,000 करोड़ रुपये का है। रिपोर्ट के अनुसार, महादेव ऐप ने क्रिकेट टूर्नामेंट के आधिकारिक प्रसारक वायकॉम 18 की अनुमति के बिना अवैध रूप से आईपीएल इवेंट स्ट्रीम किए, जिसके परिणामस्वरूप राजस्व का काफी नुकसान हुआ।
रिपोर्ट के अनुसार, भाटिया फेयरप्ले सॉफ्टवेयर से जुड़ी हुई थी, जिस पर वायकॉम को 1 करोड़ रुपये का नुकसान होने का आरोप है। महादेव की सहायक कंपनी के ऐप के लिए उनके समर्थन ने उन्हें निशाने पर ला दिया। महादेव बेटिंग ऐप मामले में 38 से अधिक लोग शामिल हैं, जो एक बड़े वित्तीय घोटाले से जुड़ा है।