
नई दिल्ली। भारत की 'ऑपरेशन सिंदूर' ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में आतंकवाद के खिलाफ एक और बड़ी सफलतापूर्वक कार्रवाई की है। इस सैन्य ऑपरेशन के दौरान, आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के प्रमुख मसूद अजहर के परिवार के 14 सदस्य मारे गए। इसके साथ ही, भारत का मोस्ट वांटेड आतंकवादी रऊफ असगर भी इस एयर स्ट्राइक के शिकार हुए हैं। यह ऑपरेशन पाकिस्तान के विभिन्न इलाकों में किए गए, जिनमें से कुछ आतंकवादी ठिकाने भारत के लिए बड़ी चुनौती बने हुए थे।
ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य और रणनीति'ऑपरेशन सिंदूर' को भारत की सेना, वायुसेना और नौसेना के संयुक्त प्रयासों से अंजाम दिया गया। यह ऑपरेशन पाकिस्तान के आंतरिक क्षेत्रों और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर केंद्रित था, जहां से भारत में आतंकवादी हमलों की योजना बनाई जाती थी। इस ऑपरेशन के दौरान बहावलपुर, मुरीदके और सियालकोट जैसे प्रमुख आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया।
यह कार्रवाई 22 अप्रैल 2025 को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 नागरिकों की जान गई थी। भारत ने इस हमले के बाद पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की योजना बनाई और उसे सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
मसूद अजहर के परिवार के 14 सदस्य मारे गएसूत्रों के अनुसार, मसूद अजहर के परिवार के 14 लोग, जो जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी नेटवर्क से जुड़े हुए थे, इस एयर स्ट्राइक में मारे गए हैं। मसूद अजहर, जो भारत के मोस्ट वांटेड आतंकवादी हैं, के रिश्तेदारों के खिलाफ यह कार्रवाई भारतीय सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
रऊफ असगर की मौतभारत सरकार ने पुष्टि की है कि जैश-ए-मोहम्मद के शीर्ष कमांडर रऊफ असगर, जो भारत के मोस्ट वांटेड आतंकवादियों में से एक है, भी इस एयर स्ट्राइक की चपेट में आकर मारा गया है। रऊफ असगर मसूद अजहर का भाई है और आतंकवादी गतिविधियों में उसकी भूमिका अहम रही है। वह पुलवामा हमले में भी शामिल था, जिसमें 40 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। रऊफ असगर का मारा जाना भारतीय सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी सफलता है और यह पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों के लिए एक कड़ा संदेश है।
रक्षा मंत्रालय का बयानरक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा, हमने विशेष हथियारों का उपयोग करके पाकिस्तान और पीओके के आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए। इन ठिकानों का इस्तेमाल भारत में आतंकवादी हमलों की योजना बनाने के लिए किया जा रहा था। हमलें में कुछ प्रमुख स्थानों जैसे बहावलपुर, मुरीदके और सियालकोट को निशाना बनाया गया।
यह ऑपरेशन भारत की सैन्य शक्ति और सुरक्षा बलों की रणनीतिक सक्षमता को प्रदर्शित करता है। भारतीय सुरक्षा बलों का मानना है कि यह कार्रवाई पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी संगठनों के खिलाफ एक गंभीर संदेश है और भविष्य में ऐसे कई ऑपरेशनों से पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों को गंभीर नुकसान पहुंचाया जा सकता है।
भारत का यह कदम स्पष्ट करता है कि आतंकवाद के खिलाफ उसकी नीति कठोर और बिना किसी संकोच के होगी।
पाकिस्तान का स्टॉक एक्सचेंज प्रभावितऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान का KSE-100 इंडेक्स में भारी गिरावट आई है। कराची स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स करीब 5 प्रतिशत गिरकर 1,07,296 अंक पर पहुंच गया है। यह पाकिस्तान के वित्तीय क्षेत्र के लिए एक बड़ा झटका है और ऑपरेशन के परिणामस्वरूप यह स्थिति और अधिक गंभीर हो गई है।
भारत में निवेशकों का आत्मविश्वासइसके विपरीत, भारतीय शेयर बाजार में तेजी देखी जा रही है। बुधवार को बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी में क्रमशः 0.13 प्रतिशत और 0.19 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। निवेशकों का मानना है कि भारत का यह कदम आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक साबित होगा और इससे आर्थिक और सुरक्षा क्षेत्र में स्थिरता आएगी।