दिल्ली-NCR, बिहार और पश्चिम बंगाल में मंगलवार सुबह 6:35 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.1 दर्ज की गई। इसका केंद्र चीन के शिजांग क्षेत्र में जमीन से 10 किलोमीटर नीचे स्थित था। भूकंप का प्रभाव नेपाल, भूटान, भारत के सिक्किम और उत्तराखंड जैसे इलाकों में भी देखा गया। फिलहाल भारत में भूकंप के कारण किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं है। नेपाल और चीन से भी अब तक किसी बड़े नुकसान की खबर सामने नहीं आई है।
क्यों आते हैं भूकंप?भारत समेत पूरी दुनिया में भूकंप की घटनाएं हाल के दिनों में काफी बढ़ गई हैं। दरअसल, हमारी धरती के भीतर 7 टेक्टोनिक प्लेट्स हैं। ये प्लेट्स लगातार अपने स्थान पर घूमती रहती हैं। हालांकि, कभी-कभी इनमें टकराव या घर्षण भी होता है। इसी कारण धरती पर भूकंप की घटनाएं देखने को मिलती हैं।
रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता का अंदाजा कैसे लगा सकते हैं? 0 से 1.9 सीज्मोग्राफ से मिलती है जानकारी
2 से 2.9 बहुत कम कंपन पता चलता है
3 से 3.9 ऐसा लगेगा कि कोई भारी वाहन पास से गुजर गया
4 से 4.9 घर में रखा सामान अपनी जगह से नीचे गिर सकता है
5 से 5.9 भारी सामान और फर्नीचर भी हिल सकता है
6 से 6.9 इमारत का बेस दरक सकता है
7 से 7.9 इमारतें गिर जाती हैं
8 से 8.9 सुनामी का खतरा, ज्यादा तबाही
9 या ज्यादा सबसे भीषण तबाही, धरती का कंपन साफ महसूस होगा