दिल्ली-NCR में 4.6 तीव्रता का भूकंप, 10 सेकेंड तक थर्राती रही धरती

दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।झटके एक के बाद एक दो बार महसूस हुए। लगातार दो झटके के कारण दहशत में आए लोग घरों से बाहर निकल गए। हालांकि किसी भी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है। रिक्‍टर स्‍केल पर भूकंप की तीव्रता 4.6 आंकी गई है। भूकंप रात 9:08 बजे पर आया और इसका केंद्र हरियाणा के रोहतक में जमीन से 16 किलोमीटर अंदर था। भूकंप के झटके करीब 10 से 15 सेकेंड तक महसूस किए गए हैं। पंजाब और हरियाणा में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। ये भूकंप इसलिए भी बड़ा खतरा माना जा सकता है क्योंकि इसका केंद्र जमीन से सिर्फ 5 किमी अंदर था।

दो महीने के भीतर दिल्ली-एनसीआर में पांचवीं बार भूकंप के झटके महसूस किए गए।
पिछले कई महीनों से दिल्ली-एनसीआर में कुछ दिनों के अंतराल में भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। इससे पहले 12 अप्रैल को 3.5, 13 अप्रैल को 2.7, 10 मई को 3.5 और 15 मई को 2.2 तीव्रता का भूकंप आया था।

कोरोना वायरस और अब इन भूकंप के झटकों के कारण लोगों के मन में भी खौफ का माहौल बना हुआ है। अब दिल्ली-एनसीआर समेत पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।

दिल्ली-एनसीआर में तीन फॉल्ट लाइन

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में तीन फॉल्ट लाइन हैं। जहां फॉल्ट लाइन होती है, वहीं पर भूकंप का एपिसेंटर बनता है। दिल्ली-एनसीआर में जमीन के नीचे दिल्ली-मुरादाबाद फॉल्ट लाइन, मथुरा फॉल्ट लाइन और सोहना फॉल्ट लाइन हैं। भूगर्भ वैज्ञानिकों के मुताबिक, भूकंप की असली वजह टेक्टोनिकल प्लेटों में तेज हलचल होती है। इसके अलावा उल्का प्रभाव और ज्वालामुखी विस्फोट, माइन टेस्टिंग और न्यूक्लियर टेस्टिंग की वजह से भी भूकंप आते हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। इस स्केल पर 2.0 या 3.0 की तीव्रता का भूकंप हल्का होता है, जबकि 6 की तीव्रता का मतलब शक्तिशाली भूकंप होता है।