मई में नहीं होंगी UP बोर्ड की परीक्षाएं, शिक्षा विभाग के ये मंत्री-अधिकारी कोरोना संक्रमित

उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए UP बोर्ड की परीक्षाएं एक बार फिर से टल सकती हैं। खबर है कि शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा से लेकर बोर्ड के कई अफसर कोरोना संक्रमित है। जब तक ये अफसर ठीक नहीं होते, तब तक परीक्षा की तारीखों पर कोई फैसला नहीं होगा। पहले यह परीक्षाएं मई में होने वाली थी। माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक विनय कुमार पांडेय ने कहा कि अभी प्रदेश में लॉकडाउन चल रहा है। हालात भी अभी सामान्य नहीं हैं, ऐसी स्थिति में मई में परीक्षा कराना संभव नहीं है। बोर्ड इसके पहले भी दो बार परीक्षाओं को टाल चुका है। पहले ये परीक्षाएं 23 अप्रैल होनी थीं, लेकिन इस दौरान इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पंचायत चुनाव कराने का आदेश दे दिया। इसके बाद परीक्षा की तारीख 8 मई से तय की गई, लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए फिर से इसे टाल दिया गया। बोर्ड ने कहा था कि 15 मई के बाद इस पर विचार किया जाएगा, लेकिन इस बीच उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री डॉ दिनेश शर्मा खुद संक्रमित हो गए। उनके पीए की मौत भी हो चुकी है। शिक्षा विभाग के कई अफसर भी संक्रमित हैं। हाल ही में अयोध्या के DIOS बी चौहान की भी कोरोना से मौत हो गई थी।

यूपी बोर्ड भी CBSE की तर्ज पर 10वीं की परीक्षा रद्द कर सकता है। इसके बाद आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर छात्रों का रिजल्ट तैयार कर दिया जाएगा। अफसर इस पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। जल्द ही इसका ऐलान भी हो सकता है। वहीं, 12वीं के स्टूडेंट्स की परीक्षा जून या फिर जुलाई में कराने की तैयारी है।

ये मंत्री-अधिकारी संक्रमित
नाम - पद
डॉ. दिनेश शर्मा - उप-मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री
विनय कुमार पांडे - निदेशक, माध्यमिक शिक्षा
आराधना शुक्ला - अपर मुख्य सचिव, माध्यमिक शिक्षा
नेहा प्रकाश - विशेष सचिव,माध्यमिक शिक्षा
भगवती सिंह - प्रभारी निदेशक, माध्यमिक शिक्षा
मंजू शर्मा - अपर निदेशक, माध्यमिक शिक्षा
महेंद्र देव - अपर निदेशक, माध्यमिक शिक्षा

संक्रमण को रोकने की सारी कोशिशें नाकाम

उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण को रोकने की सारी कोशिशें नाकाम होती दिख रही है। प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना मरीजों के आंकड़े में तेजी देखने को मिली है। आज बुधवार को प्रदेश में 31165 मरीज मिले। वहीं, 357 मरीजों की मौत भी हुई है। यूपी में कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि के साथ ही प्रदेश में कोरोना एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 2।62 लाख पर पहुंच गई है।

यूपी स्वास्थ्य विभाग की जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान राजधानी लखनऊ समेत राज्य के कई जिलों से कोरोना मामलों में बढ़ोतरी की खबर है। पिछले 24 घंटे में लखनऊ में 3004, कानपुर नगर में 1206, वाराणसी में 966, प्रयागराज में 437, मेरठ में 1732 , गौतम बुद्ध नगर में 1703, गोरखपुर में 1055, गाजियाबाद में 1373 , मुरादाबाद में 841 संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है। प्रदेश में नए संक्रमित 31165 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि के साथ ही एक्टिव केस की संख्या भी बढ़ गई है।

आपको बता दें कि मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के 25 हजार 858 मिलने की पुष्टि की थी, जबकि इस दौरान 352 लोगों की मौत हुई थी। इन आंकड़ों में यह भी बताया गया था कि नोएडा और गाजियाबाद जैसे जिलों में संक्रमण का तेजी से फैलाव देखा जा रहा है। इससे पहले सोमवार को प्रदेश में कोरोना के 29 हजार 192 नए मामले सामने आए थे। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने इन आंकड़ों के आधार पर उम्मीद जताई थी कि प्रदेश में संक्रमण का असर कम हो रहा है।

यूपी में बढ़ाई गई लॉकडाउन की समय सीमा

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अब लॉकडाउन को 10 मई यानी सोमवार सुबह सात बजे तक बढ़ा दिया है। दरअसल, पहले तीन दिन का वीकेंड लॉकडाउन लगाया गया था। इसके बाद फिर दो दिन का बढ़ाते हुए 6 मई सुबह सात बजे तक कर दिया गया था। लेकिन एक बार फिर इसे बढ़ाते हुए सोमवार सुबह सात बजे तक बढ़ा दिया गया है। लिहाजा ये पूरा हफ्ता ही अब लॉकडाउन रहेगा। लॉकडाउन के दौरान पहले की तरह ही सभी पाबंदियां लागू रहेंगी। आवश्यक सेवाओं को छूट मिलती रहेगी। बेवजह घूमने वालों पर सख्ती बरती जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा है कि लॉकडाउन का असल मकसद तभी कामयाब होगा जब कोविड प्रोटोकॉल का पूरी सख्ती से कराया जाएगा।