श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकियों की मदद करने के आरोप में गुरुवार को सस्पेंडेड DSP आदिल मुश्ताक को गिरफ्तार किया है। शेख आदिल पर आतंकवादी गतिविधि में शामिल एक आरोपी मुजम्मिल जहूर से 5 लाख रिश्वत लेने और एक अन्य पुलिस अधिकारी को फंसाने का आरोप है।
DSP आदिल मुजम्मिल जहूर से लगातार संपर्क में था। वह उसे टेरर फंडिंग केस में लगातार बचाने की कोशिश में लगा हुआ था। पुलिस को आदिल और मुजम्मिल के बीच टेलीग्राम ऐप पर चैट और करीब 40 बार फोन पर बातचीत के रिकॉर्ड भी मिले हैं।
श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन में शेख आदिल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के विभिन्न प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है। इनमें झूठे सबूत देना और सबूत नष्ट करना भी शामिल है। आदिल को हाल ही में सस्पेंड किया गया था।
अधिकारी पर आतंकवादी की मदद के अलावा भ्रष्टाचार के भी आरोप हैं। शेख आदिल को गिरफ्तारी के बाद मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां उसे 6 दिन की हिरासत में रखने का आदेश दिया गया। सूत्रों का कहना है कि आतंकवाद के आरोपी के फोन की जांच से यह पता चला कि शेख आदिल मुश्ताक लगातार उसके संपर्क में बने हुए थे। आतंकी को जुलाई में गिरफ्तार किया गया था और फिर लंबी जांच के बाद सनसनीखेज खुलासा हुआ। एक सीनियर पुलिस अधिकारी का इस तरह आतंकवादी से ताल्लुक रखना और मदद करना हैरान करने वाला है।
आतंकवादी की गिरफ्तारी से बचने में की थी मदद, 40 बार कॉल शेख
आदिल ने आतंकवादी को यह भी समझाया था कि वह कैसे कानून के शिकंजे से बच
सकता है। एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि आदिल मुश्ताक अकसर आतंकवादी से
बात करते थे। इसके लिए टेलीग्राम ऐप का इस्तेमाल करते थे। करीब 40 कॉल
आतंकवाद के आरोपी और डीएसपी के बीच हुई थीं। वह आतंकवादी को बता रहे थे कि
कैसे गिरफ्तारी से बचा जा सकता है। इसके अलावा एक अधिकारी को भी फंसाने की
कोशिश की थी, जो आतंकवादी के खिलाफ एक केस की जांच कर रहे थे।
टेरर
फंडिंग केस में इसी साल फरवरी महीने में पुलिस ने लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के
तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से 31 लाख रुपए जब्त किए गए
थे। तीनों ने पूछताछ के दौरान मुजम्मिल जहूर के नाम का खुलासा किया था।
पुलिस
मुजम्मिल की तलाश कर रही थी। इस बीच उसने जुलाई में मामले की जांच कर रहे
पुलिस अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज करा दिया। केस दर्ज कराने के 4 दिन बाद
मुजम्मिल को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
पूछताछ में पता चला कि
मुजम्मिल ने जिस पुलिस अफसर के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी, उसकी शिकायत भी DSP
शेख आदिल ने ही ड्राफ्ट की थी। इतना ही नहीं, मुजम्मिल को गिरफ्तारी से
बचाने के लिए शेख आदिल उसे कानूनी सलाह भी दे रहा था।