कोटा : आलू चिप्स के बीच छिपाकर लाया जा रहा था 96 लाख का डोडा, NCB टीम ने की कारवाई

केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो (NCB) की टीम को नशे के खिलाफ बड़ी कामयाबी मिली जिसमें कारवाई करते हुए टीम ने 96 लाख का डोडा चूरा पकड़ा हैं जो कि आलू चिप्स के बीच छिपाकर लाया जा रहा था।मुखबिर के जरिए एनसीबी को सूचना मिली थी कि एक ट्रक एमपी के मंदसौर से जोधपुर के लिए निकला है। इसमें अवैध डोडा चूरा तस्करी कर ले जाया जा रहा है। सूचना पर नारकोटिक्स की टीम ने आसपास के जिलों में नाकाबंदी की। संदिग्ध ट्रक पर नजर रखी। शुक्रवार को फतेहपुर टोल नाके पड़ जोधपुर नम्बर का ट्रक नजर आया। जिसे रोककर तलाशी ली गई। तलाशी में ट्रक के अंदर 233 कट्टे में 4836 किलो डोडा चूरा भरा हुआ था। इसकी बाजार कीमत करीब 96 लाख रुपए बताई जा रही है। टीम ने तस्करी के आरोप में जोधपुर निवासी रामनिवास पुत्र ओमप्रकाश विश्नोई (32) को गिरफ्तार किया है। आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 5 दिन की रिमांड पर भेज दिया। पूछताछ में तस्करी के बड़े नेटवर्क का खुलासा होने की संभावना है।

नारकोटिक्स ब्यूरो के उप आयुक्त विकास जोशी ने बताया कि आरोपी रामनिवास विश्नोई जोधपुर की बाप तहसील का रहने वाला है। वह नशे का लती है। नशा मुक्ति केंद्र में भी रह चुका है। पहले वो बस चलाता था। पैसों के लालच में वो तस्करी का काम करने लगा। पिछले 2 साल से तस्करी का काम कर रहा था। उसे एक चक्कर पर 50 हजार रुपए मिलते थे। पूछताछ में ट्रक ड्राइवर ने एमपी के आगर से माल लाना बताया। वो बार-बार बयान बदल रहा है।

फर्जी कागज बनाकर तस्करी

ट्रक में 160 बोरी आलू चिप्स भरी हुई थी। जिनका फर्जी कागज बने हुए थे। अमृतसर से खरगौन व खरगौन से अमृतसर का एक ही दिन के फर्जी कागज बने हुए थे। आलू चिप्स की बोरियों के नीचे 233 कट्टों में डोडा चूरा था। साथ ही 10 बोरियों में डोडा चूरा पाउडर भरा था।

तस्करी का बड़ा नेटवर्क

एमपी से जोधपुर, फलौदी के बीच तस्करी का बड़ा नेटवर्क है। इससे पहले भी जून में एनसीबी ने एक ट्रक से 5.8 टन (5800 किलो) डोडा चूरा बरामद किया था। लेकिन, तब टीम तस्करों तक नहीं पहुंच पायी थी। इसी बात का फायदा उठाकर नशे के माफिया तस्करी के नेटवर्क को संचालित करते रहे।