जोधपुर : किसी को ना बताए OTP, सामने आए शहर में साइबर ठगी के तीन मामले

आपके बैंक और RBI द्वारा आपको लगातार जागरूक किया जा रहा हैं कि किसी को भी अपना OTP ना दे, नहीं तो आप साइबर ठगी के शिकार हो सकते हैं। शहर के तीन थानों में साइबर ठगी के मामले दर्ज हुए हैं। तीनों मामलों में कुल मिलाकर 5 लाख से अधिक राशि निकाल ली गई। रातानाडा थाने के सब इंस्पेक्टर दौलाराम ने बताया कि नर्सिंग विहार लालसागर मंडोर के रहने वाले अमित कच्छवाह पुत्र चंद्रप्रकाश ने रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि वे कैनरा बैंक शाखा भाटी चौराहा रातानाडा में मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। यहां लगे बैंक एटीएम से 28 सितंबर से लेकर 4 अक्टूबर के बीच में किसी ने 1 लाख 90 हजार 500 रुपए उड़ा लिए। यह फ्रॉड संभवत क्रेडिट कार्ड के जरिए किया गया है। ठग ने कार्ड यूज करते हुए एटीएम से रुपए निकाल लिए।

बैंककर्मी बन पूछा-आपका क्रेडिट कार्ड मिला‌? ओटीपी नंबर जानकर उड़ाए पौने तीन लाख रुपए

बनाड़ थानाधिकारी अशोक आंजणा ने बताया कि मोहनगढ़ जैसलमेर के ताड़ाना हाल सैनिकपुरी डिगाड़ी निवासी खेतसिंह पुत्र पदमसिंह ने रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि वे सेना से सेवानिवृत्त हैं। उनके पास 5 अक्टूबर को फोन आया, जिसमें व्यक्ति ने खुद को बैंक का कर्मचारी बताया। कहा कि उनका क्रेडिट कार्ड मिल गया है क्या? इसके बाद उसने ओटीपी नंबर आने की बात कही। फिर पिन नंबर बताने पर पहले एक हजार, फिर पांच हजार, तीसरी बार में 2 लाख 65 हजार रुपए पार कर डाले। ऐसे में कुल 2 लाख 70 हजार रुपए शातिर ने पार कर डाले।

ओटीपी पूछकर रुपए उड़ा लिए

इधर सदर बाजार थानाधिकारी बंशीलाल ने बताया कि कुड़ी भगतासनी सेक्टर 5 हाल सिटी पैलेस होटल के मैनेजर बेप्टिस्ट डोडियार पुत्र साउल डोडियार ने रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि वे 9 अक्टूबर को होटल में बैठे थे। तब दोपहर में एक शख्स का फोन आया,उसने खुद को बैंककर्मी बताया और क्रेडिट कार्ड के बारे में जानकारी लेकर ओटीपी नंबर पूछे। ओटीपी नंबर बताने पर उसके खाते से 42 हजार 546 रुपए पार हो गए।