पीएम मोदी ने करुणानिधि को दी श्रद्धांजलि, अंतिम संस्कार चेन्नई के मरीना बीच पर ही होगा - हाईकोर्ट

पांच बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और 50 साल द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के प्रमुख रहे एम करुणानिधि का मंगलवार शाम करीब 6.10 बजे 94 साल की उम्र में निधन हो गया। करुणानिधि ने चेन्नई के कावेरी अस्पताल में आखिरी सांस ली। करुणानिधि के निधन की खबर से पूरे देशभर में शोक की लहर है। एम करुणानिधि की समाधि मरीना बीच पर बनेगी या नहीं इसका फैसला आ गया है। इस मामले में मद्रास उच्च न्यायालय में चल रही सुनवाई पूरी हो गई है। कार्ट ने कहा कि एम करुणानिधि का अंतिम संस्कार मरीना बीच पर ही होगा।

करुणानिधि का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए चेन्‍नई के राजाजी हॉल में रखा गया है। उनके अंतिम दर्शनों के लिए हजारों की संख्‍या में लोग उमड़ रहे हैं। डीएमके समर्थकों की संख्या को देखते हुए पुलिस भी हाई अलर्ट पर है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्रमुक नेता एम करुणानिधि को श्रद्धांजलि देने और अंतिम संस्‍कार में शामिल होने के लिए करीब साढ़े दस बजे चेन्‍नई पहुंचे। इसके बाद पीएम मोदी राजाजी हॉल पहुंचे, जहां उन्‍होंने करुणानिधि के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन कर उन्‍हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्‍होंने करुणानिधि के पुत्र एमके स्‍टालिन और पुत्री कनिमोझी और परिवार एवं पार्टी के अन्‍य सदस्‍यों से बातचीत कर उन्‍हें सांत्‍वना भी दी।

वहीं, कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी से लेकर कई राज्‍यों के मुख्‍यमंत्री एवं अन्‍य राजनेता करुणानिधि को श्रद्धांजलि देने के लिए आज चेन्‍नई पहुंचेंगे।

सुबह तमिलनाडु के मुख्‍यमंत्री ई पलानीस्वामी और डिप्‍टी सीएम ओ पनीरसेल्‍वम ने भी डीएमके प्रमुख को श्रद्धांजलि दी। वहीं, सुपरस्टार रजनीकांत अपने दामाद धनुष के साथ राजाजी हॉल पहुंचे और उन्‍होंने करुणानिधि के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी। करुणानिधि के सम्‍मान में राज्‍य में एक दिन के सरकारी अवकाश की घोषणा की गई है। चेन्‍नई और उसके आसपास की दुकानें बंद रखी गई हैं।

उधर, करुणानिधि को मरीना बीच पर दफनाने के मामले में मद्रास हाईकोर्ट में सुबह 8 बजे से सुनवाई हुई। दरअसल, करुणानिधि के समाधिस्‍थल को लेकर विवाद खड़ा हो गया है, जहां डीएमके अपने दिवंगत प्रमुख को मरीना बीच पर दफनाना चाहती है, वहीं एआईडीएमके ने इससे इनकार कर दिया है। इस मामले में देर रात चली सुनवाई के दौरान सरकार की ओर से मद्रास हाईकोर्ट से समय मांगा गया था। मद्रास हाईकोर्ट ने भी सरकार को डीएमके की मांग पर विचार करने को कहा था। द्रमुक के एक नेता का कहना है कि हमने हाईकोर्ट को बताया कि कैसे राज्य सरकार जयललिता के स्मारक के लिए 3400 से 3500 वर्ग फीट की जगह दे सकती है, लेकिन हमें 6 फीट की जगह देने से इनकार कर रही है। दरअसल, सरकार भेदभाव कर रही है। अन्नाद्रमुक सरकार यहां जयललिता का 50 करोड़ का स्मारक बनाने जा रही है। फिल्म अभिनेता कमल हासन ने भी करुणानिधि को मरीना बीच में दफनाने की मांग की। हालांकि बाद में अदालती फैसले के अनुरूप यह तय हो गया कि करुणानिधि का अंतिम संस्‍कार मरीना बीच पर ही होगा। गुरु अन्‍ना की समाधि के पास उन्‍हें दफनाया जाएगा।