Dhanteras 2018: लक्ष्मी-गणेश की जगह सोने व चांदी के सिक्कों परअब PM मोदी की तस्वीर

धनतेरस ( Dhanteras 2018 ) और दिवाली ( Diwali ) पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। कुछ लोग धनतेरस पर आभूषण तो कुछ लोग लक्ष्मी-गणेश भगवान की तस्वीरों वाले सोने व चांदी के बिस्कुट और सिक्के खरीदते हैं। दिवाली के दिन लक्ष्मी-गणेश वाले सिक्कों या बिस्कुट की पूजा की जाती है। बिक्री बढ़ाने के लिए ज्वैलर्स तरह-तरह के प्रयोग करते रहते हैं। इसी कड़ी में इस बार सूरत के ज्वैलर्स ने ऐसे सोने व चांदी के बार पेश किए हैं जिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर बनी हुई है। सहयोगी वेबसाइट जी बिज हिन्दी की खबर के मुताबिक दुकान में इस सोने के बार खरीदने वालों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लिए काफी कुछ किया है। ऐसे में वो भी भगवान की तरह ही हैं। ऐसे में लोग इन सोने के बार को खरीद कर इस बार उनकी पूजा भी करना चाहते हैं। ये बार अच्छी खासी संख्या में बिक भी रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की तस्वीर वाले बार भी दुकान में मौजूद हैं। सूरत के इस ज्वैलर ने दुकान में खुले में नरेंद्र मोदी की तस्वीर वाले सोने व चांदी के बार व बिस्कुल दुकान में रखे हैं। इनका वजन 10 ग्राम से ले कर एक किलो तक है। दुकान में आने वाले लोगों के लिए ये सोने व चांदी के बिस्कुट व बार आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।

दीपावाली से पहले सोने की मांग बढ़ने बढ़ने से सोना करीब 06 वर्ष के उच्चतम स्तर 32,780 रुपये को छूने के बाद सप्ताहांत में 32,650 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। हालांकि चांदी को जरूरी लिवाली समर्थन नहीं मिला और इसकी कीमत में कुछ गिरावट आई। बाजार सूत्रों ने कहा कि आगामी त्योहार और शादी विवाह के मौसम की वजह से आभूषण निर्माता लगातार सोने की खरीददारी कर रहे हैं। खरीददारी बढ़ने से सोना 32,780 रुपये प्रति 10 ग्राम के लगभग 6 वर्ष के उच्चतम स्तर पर जा पहुंचा।

वैश्विक स्तर पर सोने की कीमत घट बढ़ के बाद सप्ताहांत में मामूली गिरावट के साथ 1,233.20 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ जो पिछले सप्ताहांत 1,233.80 डॉलर प्रति औंस थी। चांदी की कीमत भी 14.82 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही। राष्ट्रीय राजधानी में आभूषण कारोबारियों की कमजोर मांग की वजह से 99.9 और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत छिटपुट लिवाली के बीच शुरूआत में क्रमश: 32,550 रुपये और 32,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर रही। बाद में त्योहारों की वजह से लिवाली में आई तेजी के कारण यह छह वर्ष के उच्चतम स्तर क्रमश: 32,780 रुपये और 32,630 रुपये प्रति 10 ग्राम को छूने के बाद सप्ताहांत में 100 - 100 रुपये की तेजी दर्शाता क्रमश: 32,650 रुपये और 32,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। यह 29 नवंबर 2012 के बाद का उच्चतम स्तर है जब यह बहुमूल्य धातु 32,940 रुपये पर बंद हुआ था।