राजस्थान में चल रही धूल भरी आंधी की वजह से दिल्ली में सांस लेना अब मुश्किल हो गया है। अहम बात ये है कि दिल्ली में बीते तीन महीने में एक भी दिन अच्छी एयर क्वालिटी की नहीं रही है और राजस्थान में चल रही धूल की आंधी की वजह से दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। दिल्ली में हवा और प्रदूषण का स्तर बुधवार को ख़तरनाक रहा। दिल्ली-एनसीआर के नोएडा में बुधवार को पीएम 10 का स्तर रिकॉर्ड 1135 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक अगले तीन दिन भी लोगों को इससे राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
दिल्ली में कई जगहों पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 के पार गया। आनंद विहार में एयर क्वालिटी इंडेक्स 891 पहुंचा गया, जबकि 500 अंकों तक आते-आते ये सीवियर- यानी ख़तरनाक हो उठता है। इसकी वजह राजस्थान में धूल भरी आंधी रही। इसकी वजह से राजस्थान से यूपी तक प्रदूषण स्तर सीवियर यानी ख़तरनाक हो गया और 500 अंकों के पार हो गया। ये हालात अगले तीन दिन तक ऐसे ही बने रहेंगे। दिल्ली में बुधवार को न्यूनतम तापमान 34 डिग्री रहा। इस मौसम का सबसे गर्म दिन रहा और बारिश से पहले राहत की उम्मीद नहीं, जो शायद 17 जून तक हो।
दिल्ली-एनसीआर के नोएडा में बुधवार को पीएम 10 का स्तर रिकॉर्ड 1135 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक अगले तीन दिन भी लोगों को इससे राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। इसकी वजह से लोगों को दोहरी परेशानी हो रही है। एक तो पीएम10 और पीएम 2.5 की अधिक घनत्व से लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। वहीं दूसरी ओर निचली परत में जमी धूल धरती की ऊष्मा को वापस जाने से रोक रही है, जिससे सूरज की तपिश कम होने के बावजूद लोगों को गर्मी का एहसास हो रहा है।
एयर क्वालिटी इंडेक्स
- 50 के नीचे हो तो अच्छा - 51-100 के बीच संतोषजनक - 101 से 200 के बीच ठीक-ठाक - 201 से 300 के बीच ख़राब - 300 से 400 के बीच बहुत ख़राब - 400 से 500 के बीच काफ़ी ख़राब मानी जाती है। यानी दिल्ली में बुधवार को मौसम के लिहाज से काफ़ी ख़राब रहा।