दिल्ली में हिंसा : युवक के सिर में उपद्रवियों ने घुसा दी रॉड, ऐसे बची जान

नागरिकता संशोधन एक्ट के नाम पर दिल्ली में हुई में अबतक 22 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 200 अधिक लोग घायल हो चुके है। दंगाइयों ने घर, ऑफिस, पेट्रोल पंप, दुकानें, शो रूम और वाहन जला दिए। मंगलवार रात गृह मत्रालय ने सुरक्षाबलों को आदेश दिए कि दंगाइयों को देखते ही गोली मार दी जाए। हिंसाग्रस्त इलाके में एक महीने तक धारा 144 लागू कर दी गई। सुरक्षा व्यवस्था बनाने के लिए दिनभर बैठकें चलती रहीं। गृहमंत्री अमित शाह ने एक दिन में तीन बैठकें कीं। इसके बावजूद दिन भर उत्तर पूर्व दिल्ली में दिनभर आगजनी और पथराव की घटनाएं होती रहीं। घायलों का इलाज जीटीबी अस्पताल में चल रहा है। डॉक्टर्स के मुताबिक, अब तक 46 मामले ऐसे थे जिन्हें गन शॉट इंजरी लगी थी। जबकि एक पेशेंट था जिसके सिर में उपद्रवियों ने रॉड घुसा दी।

गनीमत रही कि युवक को जल्द ही अस्पताल ले जाया गया और डॉक्टर्स ने बड़ी सतर्कता से उसका इलाज किया। फिलहाल युवक खतरे से बाहर है।

CAA पर हिंसा: समय पर नहीं पहुंची पुलिस, भीड़ ने लूटी 80 लाख की शराब
हिंसा की आग में कैसे जली दिल्ली, तस्वीरों में देखें

वहीं, बुधवार को दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने हिंसा प्रभावित इलाकों में मार्च किया और लोगों से शांति की अपील की। मालूम हो कि दिल्ली में हिंसा को काबू पाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय काफी समय बाद एक्शन में आया है। दिल्ली में अब 800 अधिक जवानों की तैनाती की गई है।

मंगलवार तक दिल्ली में 37 अर्धसैनिक बलों की कंपनियां तैनात थी, लेकिन अब इनकी संख्या 45 कर दी गई है। अर्धसैनिक बलों के जवान पुलिस के साथ मिलकर कई इलाकों में मार्च कर रहे हैं। उधर, भजनपुरा इलाके में हिंसा के बाद अब सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाल लिया है। यहां पर बीएसएफ की ओर से मार्च निकाला जा रहा है।

वहीं, उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाके के खुले नाले से लोगों ने बुधवार को पुलिस की मौजूदगी में एक व्यक्ति का शव निकाला। पुलिस ने बताया कि मारे गए व्यक्ति की पहचान नहीं हो पाई है।