924 के खतरनाक स्तर पर पहुंचा दिल्ली का प्रदूषण, आज से ऑड-इवन योजना लागू

दिल्ली में आज सोमवार को भी प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बना है।दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स सुबह 7 बजे 708 रिकॉर्ड किया गया है। बता दें कि एयर क्वालिटी इंडेक्स में 50 तक का आंकड़ा ही सांस लेने के लिए शुद्ध हवा मानी जाती है। वर्तमान में दिल्ली में हवा में प्रदूषण की मात्रा 924 तक पहुंच गई है। दिल्ली के अपेक्षाकृत स्वच्छ माने जाने वाले इलाकों जैसे कि चाणक्यपुरी में अमेरिकी दूतावास के पास ये आंकड़ा 478 है। जवाहर लाल नेहरु स्टेडियम के पास AQI को 418 रिकॉर्ड किया गया है। अगर दिल्ली-एनसीआर के अलग-अलग जगहों की बात करें तो हालात और भी खतरनाक दिखते हैं। वजीरपुर में वायु गुणवत्ता सूचकांक 919, आनंद विहार में 924, नोएडा सेक्टर -62 में 751, वसुंधरा में 696 रिकॉर्ड किया गया है।दिल्ली के आईटीआई शहदरा में ये आंकड़ा 897, पटपड़गंज में 622 रिकॉर्ड किया गया है।

बता दें कि रविवार शाम को लोगों को प्रदूषण से थोड़ी राहत मिली थी। लेकिन सोमवार सुबह-सुबह होते प्रदूषण फिर से 1000 के आस-पास पहुंच गया। केंद्र सरकार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बढ़ते प्रदूषण पर करीब से नजर रखे हुई है। समाचार एजेंसी आईएएनएस के अधिकारियों ने बताया कि लगभग 300 टीमें प्रदूषण को कम करने में लगी हुई हैं। इस काम के लिए जरूरी मशीनरी राज्यों में बांटी गई हैं। केंद्र सरकार की नजर मुख्य रूप से सात औद्योगिक क्षेत्रों और बड़े यातायात गलियारों पर है। प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों, कचरों को जलाए जाने और निर्माण गतिविधियों पर खासतौर से नजर रखी जा ही है।

रविवार को प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र तथा उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति पर रविवार को उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक में पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के वरिष्ठ अधिकारी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये शामिल हुए। बैठक में फैसला लिया गया कि कैबिनेट सचिव इन राज्यों के हालात की प्रतिदिन निगरानी करेंगे। इन राज्यों के मुख्य सचिवों को विभिन्न जिलों में प्रदूषण के हालात पर 24 घंटों, सातों दिन नजर रखने को कहा गया है।

इससे पहले केजरीवाल ने कहा कि मैं स्कूली छात्रों के जरिए मास्क भेज रहा हूं और मैं आपको सलाह देता हूं कि जब आपको सांस लेने में दिक्कत हो तो आप इसका इस्तेमाल करें। मैं दिल्ली के दो करोड़ लोगों को लेकर बहुत चिंतित हूं और भगवान से प्रार्थना करता हूं कि आप सब की सेहत अच्छी रहे। हम सबको साथ मिलकर प्रदूषण से लड़ना चाहिए।’ उन्होंने दावा किया कि कुछ वर्षों पहले तक, दिल्ली में सालभर प्रदूषण रहता था। सीएम केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार आरोप-प्रत्यारोप में नहीं पड़ी है, बल्कि पराली जलाने से हो रहे प्रदूषण के समाधान को तलाश रही है। उन्होंने कहा, ‘मीडिया हमसे कह रहा है कि आरोप प्रत्यारोप में नहीं पड़ें। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि हम यह नहीं करना चाहते। हम किसी को दोष नहीं दे रहे हैं। हम कह रहे हैं कि सभी लोगों को मिल कर समाधान तलाशना चाहिए। केजरीवाल ने पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण के समाधान पर सभी पड़ोसी राज्यों और केंद्र से साथ बैठ कर दिल्ली में चर्चा करने की अपील की।

दिल्ली में आज से ऑड-इवन योजना लागू

वही आज से दिल्ली में ऑड-इवन योजना (Odd-Even Scheme) शुरू हो गई है। यह योजना 4 से 15 नवंबर तक के लिए लागू की गई है। इसके तहत अगर आपी गाड़ी की नंबर प्लेट का आखिरी नंबर इवन यानी सम संख्या है जैसे कि 2,4,6,8 और 0 है तो आप अपने निजी वाहन 4, 6, 8, 10, 12 और 14 तारीख को सड़क पर चला सकेंगे। वहीं इसी तरह अगर आपकी गाड़ी का आखिरी नंबर ऑड यानी विषम संख्या है तो आप 5, 7, 9, 11, 13 और 15 नवंबर को गाड़ी निकाल सकेंगे।