दिल्‍ली / फिर से बंद होंगे मार्केट!, तेजी से बढ़ रहे हैं कोरोना के मरीज

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तेजी से बढ़ते कोरोना को देखते हुए यहां के व्यापारी चिंतित हैं। हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जुलाई महीने तक दिल्ली में 5.2 लाख व्यक्ति कोरोना से सक्रमित होने की आशंका जताई थी। इसे देखते हुए कनफेडेरशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने कोरोना से पैदा हुई परिस्थिति को देखते हुए दिल्ली के प्रमुख व्यापारी संगठनों के बीच एक सर्वे शुरू किया है। अखिल भारतीय व्‍यापारी महासंघ (CAIT) ने कोरोना काल में बाजार खोलने को लेकर दिल्‍ली के 2800 ट्रेड एसोसिएशन और प्रमुख ट्रेड लीडर्स की राय के लिए ऑनलाइन सर्वे कराया है। इनमें से 2610 लोगों ने इस पर अपनी राय व्‍यक्‍त की है। इनसे पूछा गया था कि क्‍या व्‍यवसायियों और उपभोक्‍ताओं के बीच कोराना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए वे मार्केट बंद करने का समर्थन करते हैं? सर्वे में शामिल एसोसिएशन और व्‍यवसायियों में से 88.1% ने इसके पक्ष में राय दी। मतलब उन्‍होंने मार्केट को बंद रखने का समर्थन किया।

कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामले और उस अनुपात में कोरोना की टेस्टिंग तथा अस्पतालों में बेड न मिलने की गंभीर स्थिति के मद्देनजर कैट ने इस सर्वे के जरिये दिल्ली के व्यापारिक संगठनों की राय जानने की कोशिश की है। उसी आधार पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, दिल्ली के उपराजयपाल अनिल बैजल एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात में सरकार सहित अन्य सभी वर्गों को आगे आकर दिल्ली को कोरोना संक्रमण और उसके भय से मुक्त करने की आवश्यकता है।

रविवार को होने जा रही है बैठक

CAIT रविवार को इस बाबत वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये व्‍यवसायियों की बैठक बुलाई है। दोपहर बाद होने वाले दिल्‍ली के व्‍यवसायियों के सम्‍मेलन में बाजार को खोलने या न खोलने पर निर्णय लिया जाएगा। इस बीच, CAIT ने दिल्‍ली में तेजी से फैलते कोरोना संक्रमण को लेकर गृहमंत्री अमित शाह, स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री हर्षवर्धन, दिल्‍ली के उपराज्‍यपाल अनिल बैजल और मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समक्ष कारोबारियों की चिंता रखी है।

क्या मार्केट खुलने से बढ़ सकता है संक्रमण?

इस दौरान जब ये पूछा गया कि क्या दिल्ली में कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। तो 99.4% लोगों का जवाब हां था। जबकि दूसरा सवाल बाजार खोलने से कोरोना के मामले बढ़ने को लेकर था। इस संबंध में सवाल पूछा गया कि अब जब मार्केट खुले हुए हैं तो आपको क्या लगता है कि ये बाजार में संक्रमण बढ़ सकता है। इस सवाल के जवाब में 92.8% लोगों ने सहमति जताई।

मेडिकल सुविधाओं और कोरोना के खतरे पर है ये राय

इसके अलावा एक अन्य सवाल में यह जानने का प्रयास किया गया कि क्या दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मरीजों के लिए जरूरत के हिसाब से मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध है? करीब 92.7% लोगों ने इसका जवाब नहीं में दिया। जबकि एक अन्य सवाल में पूछा गया कि क्या आप मार्केट में कोरोना फैलने के खतरे से चिंतित हैं? 96.6% लोगों ने इससे सहमति जताई।

प्रवीन खंडेलवाल का कहना है कि दिल्ली में दुकानें जरूर खुली हैं, लेकिन कारोबार लगभग 5% तक ही सीमित है। थोक बाजारों में दिल्ली के बाहर से आने वाले ग्राहक नहीं आ रहे हैं जबकि खुदरा बाजारों में स्थानीय ग्राहक भी नहीं के बराबर आ रहे हैं क्योंकि लोग कोरोना से डरे हुए हैं। अभी कोरोना की टेस्टिंग के लिए ही कई दिन लग जाते हैं और अस्पतालों में बेड की बड़ी किल्लत है, ऐसे में एहतियात जरूरी है।