दिल्ली: चुनाव आयोग की बड़ी लापरवाही, कचरे से मिले सैकड़ों वोटर कार्ड

वोटिंग से पहले राजधानी दिल्ली में कचरे से सैकड़ों वोटर आईडी कार्ड मिलने का मामला सामने आया है। वोटर कार्ड मिलने के बाद स्थानीय लोग जहां चुनाव आयोग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं वहीं, बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने एक दूसरे पर साचिश रचने के आरोप लगाए हैं। घटना साउथ ईस्ट दिल्ली में बदरपुर के मोरलबन्द इलाके की है। कचरे के ढेर से मिले ये वोटर आईडी कार्ड सरकारी अधिकारियों की बड़ी लापरवाही का नतीजा है। दरअसल बदरपुर इलाके में शाम को कुछ बच्चे इन वोटर आईडी कार्ड के साथ खेल रहे थे, जब लोगों ने बच्चों के हाथों में वोटर आईडी कार्ड देखे तो लोगों में हड़कंप मच गया और लोग अपने वोटर आईडी कार्ड देखने के लिए मौके पर पहुंच गए। लोगों का कहना है कि उनके पास डिलिवरी का मैसेज तक आया हुआ है, लेकिन उनके वोटरकार्ड घर पहुंचने के बजाय कूड़े में पड़े हुए हैं।

बता दें कि चुनाव से ठीक पहले इन वोटर आईडी कार्ड को लोगों के घरों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की थी, लेकिन इस तरह कूड़े के ढेर में वोटर कार्ड मिलने से चुनाव आयोग की बड़ी लापरवाही सामने आई है।

आम आदमी पार्टी के विधायक नारायण दत्त शर्मा ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सारा बीजेपी का किया धरा है और जितने भी वोटर आईडी कार्ड फेंके हुए मिले हैं, सब बीजेपी और इलेक्शन कमिशन की नाकामी है। आप विधायक ने कहा कि जब कार्ड लोगों तक पहुंचेगा ही नहीं तो लोग वोट नहीं कर पाएंगे और बीजेपी आसानी से जीत जाएगी। इसीलिए लोगों के कार्ड उन तक पहुंचाने के बजाय फेंके जा रहे हैं।

वही बीजेपी के सिटिंग एमपी रमेश विधूड़ी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है और वोटर कार्ड को लोगों में बांटने का काम प्रदेश सरकार का है तो ऐसे में बीजेपी या चुनाव आय़ोग पर आरोप लगाना आम आदमी पार्टी की पुरानी आदत है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार अपनी नाकामी को छुपाने के लिए ऐसा कर रही है। केजरीवाल हमेशा से राइट टू रिकॉल के पक्षधर रहे हैं और जब लगातार दिल्ली में आम आदमी पार्टी की हार हो रही है तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए और नए सिरे से विधानसभा के चुनाव करवाने चाहिए।