आधी रात को बिगड़ी अनशन पर बैठे AAP मंत्री सत्येंद्र जैन की तबीयत,अस्पताल में भर्ती

पिछले 6 दिनों से दिल्ली के उप राज्यपाल के राजनिवास में अनशन पर बैठे मंत्री सत्येंद्र जैन की तबीयत रविवार आधी रात को बिगाड़ गई। वह 11 जून से सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के साथ राजनिवास में अनशन पर बैठे हैं। तबीयत खराब होने के बाद उन्हें राजधानी के लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूत्रों के अनुसार उनका ब्लड प्रेशर और शुगर कम हुआ है। एलएनजेपी अस्पताल के डॉ. जेसी पासी के मुताबिक सत्येंद्र जैन फिलहाल ठीक हैं। सुबह से ही उनकी तबीयत खराब थी। उन्हें सिर दर्द और उल्टी हो रही थी। साथ ही सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। उनका किटोन काफी कम हो गया था। उनकी हालत देख उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल उनका सिर दर्द कम है।

अस्पताल पर आप कार्यकर्ता जुटने लगे है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खुद ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘स्वास्थ्य बिगड़ने के चलते सत्येंद्र जैन को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।’

केजरीवाल ने आईएएस अधिकारियों को अपने परिवार का हिस्सा बताते हुए आश्वस्त किया कि वह उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से कथित बदसलूकी को लेकर अधिकारियों और आप सरकार के बीच चार महीने से चल रहा गतिरोध खत्म करने को कहा। इससे कुछ घंटे पहले आईएएस अधिकारियों के संगठन ने अधिकारियों की सुरक्षा पर चिंता प्रकट करते हुए आप सरकार से कहा कि राजनीतिक फायदे के लिए नौकरशाहों का इस्तेमाल नहीं किया जाए।

ट्विटर पर अपना बयान साझा करते हुए केजरीवाल ने कहा, 'मुझे बताया गया कि आईएएस आफिसर्स एसोसिएशन ने प्रेस कांफ्रेंस में अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता प्रकट की। मैं उन्हें आश्वस्त करना चाहूंगा कि मेरे पास जितने अधिकार हैं उसके साथ मैं उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करूंगा। यह मेरा कर्तव्य है।'

आईएएस एसोसिएशन एजीएमयूटी (अरूणाचल प्रदेश, गोवा, मिजोरम और केंद्र प्रशासित प्रदेश) के एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद वे अगले कदम पर फैसला करने के लिए कल बैठक करेंगे। केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और मंत्री सत्येंद्र जैन, गोपाल राय के साथ सोमवार से उपराज्यपाल अनिल बैजल के कार्यालय में धरना पर बैठे हैं। वे मांग कर रहे हैं कि उपराज्यपाल आईएएस अधिकारियों को अपनी 'हड़ताल खत्म करने का निर्देश दें।'

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा है कि वह और उनके मंत्री मांग पूरी होने तक बाहर नहीं निकलेंगे। केजरीवाल ने एक बयान में कहा है, 'अधिकारी मेरे परिवार का हिस्सा हैं। मैं उनसे आग्रह करना चाहूंगा कि चुनी हुई सरकार का बहिष्कार करना बंद कर वे अब काम पर लौट आएं और मंत्रियों की सभी बैठकों में हिस्सा लें, कॉल और मैसेज का जवाब दें और निरीक्षण के लिए उनके साथ रहें।'