नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी आप को जबरदस्त शिकस्त का सामना करना पड़ा है। विरोधी पार्टी भाजपा ने 27 साल बाद पुन: दिल्ली में कमल खिलाने में सफलता प्राप्त करने के साथ ही आप की राजनीतिक जमीन को पूरी तरह से नेस्तनाबूद कर दिया है। गौरतलब है कि वर्ष 2020 में हुए चुनावों में आप ने 70 में से 62 सीटों पर विजय प्राप्त करके राजनीतिक पटल पर भाजपा को तगड़ी चुनौती दी थी। इस बार भाजपा 45 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है और 3 पर अभी आगे हैं। इन तीन सहित उसने 70 में से 48 सीटों को जीतने में सफलता प्राप्त की है। वहीं दूसरी ओर पिछली बार 62 सीटें जीतने वाली आप इस बार सिर्फ 22 सीटों पर सिमट गई है। इनमें भी इस पार्टी के तीन प्रमुख केजरीवाल, सिसोदिया और सत्येन्द्र जैन चुनाव हार गए हैं। यह तीनों शराब घोटाला कांड में जेल जा चुके हैं। दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने अपनी सीट पर विजय दर्ज कर ली है।
सत्ता में वापसी के साथ ही भाजपा में इस बात पर चर्चा होना शुरू हो गया है कि दिल्ली का ताज किस नेता को पहनाया जाएगा। चर्चा में सबसे ज्यादा प्रवेश वर्मा का नाम है, लेकिन एक और ऐसा नेता है जिसे भाजपा दिल्ली की सत्ता सौंप सकती हैं। यह है भाजपा के पटपड़गंज से चुनाव जीतने वाले रविन्द्र नेगी।
रविन्द्र नेगी वही हैं जिनके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीन बाद पैर छू लिए थे। दरअसल चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे पीएम मोदी के पैर रविंद्र सिंह नेगी ने छुए थे। इस पर पीएम मोदी ने उन्हें रोककर 3 बार उनके पैर छू लिए थे। ज्ञातव्य है कि रविंद्र सिंह नेगी उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में स्थित जागेश्वर धाम के रहने वाले हैं। पीएम मोदी की जागेश्वर बाबा में अगाध श्रद्धा है। इसलिए उन्होंने रविंद्र सिंह नेगी के पैर छुए थे।
दिल्ली के लोगों ने पीएम मोदी पर अपना भरोसा दिखाया: प्रवेश वर्मानई दिल्ली सीट से चुनाव जीते बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश वर्मा ने कहा, दिल्ली के लोगों ने पीएम मोदी पर अपना भरोसा दिखाया है और मैं इसका श्रेय उन्हें और दिल्ली के लोगों को देता हूं। हमें पिछले 10 साल से उनका साथ नहीं मिल पा रहा था। दिल्ली में कोई नहीं हो पा रहा था। अब दिल्ली में जो सरकार बन रही है, वो पीएम मोदी के विजन को लेकर आएगी। मैं पीएम मोदी को धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने समय दिया। मैं इस जीत का श्रेय पीएम मोदी को देता हूं।
दिल्ली के दिल में मोदी…: गृह मंत्री अमित शाहदिल्ली में बीजेपी की जीत पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, दिल्ली के दिल में मोदी… दिल्ली की जनता ने झूठ, धोखे और भ्रष्टाचार के ‘शीशमहल’ को नेस्तनाबूत कर दिल्ली को आप-दा मुक्त करने का काम किया है। दिल्ली ने वादाखिलाफी करने वालों को ऐसा सबक सिखाया है, जो देशभर में जनता के साथ झूठे वादे करने वालों के लिए मिसाल बनेगा। यह दिल्ली में विकास और विश्वास के एक नए युग का आरंभ है।
झूठ के शासन का अंत हुआशाह ने कहा, दिल्ली में झूठ के शासन का अंत हुआ है... यह अहंकार और अराजकता की हार है। यह ‘मोदी की गारंटी’ और मोदी जी के विकास के विजन पर दिल्लीवासियों के विश्वास की जीत है। इस प्रचंड जनादेश के लिए दिल्ली की जनता का दिल से आभार। मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा अपने सभी वादे पूरे कर दिल्ली को विश्व की नंबर 1 राजधानी बनाने के लिए संकल्पित है।
गृह मंत्री शाह ने कहा, दिल्लीवासियों ने बता दिया कि जनता को बार-बार झूठे वादों से गुमराह नहीं किया जा सकता। जनता ने अपने वोट से गंदी यमुना, पीने का गंदा पानी, टूटी सड़कें, ओवरफ्लो होते सीवरों और हर गली में खुले शराब के ठेकों का जवाब दिया है। दिल्ली में मिली इस भव्य जीत के लिए अपना दिन-रात एक करने वाले दिल्ली बीजेपी के सभी कार्यकर्ताओं, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, और प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेव को हार्दिक बधाई देता हूं। चाहे महिलाओं का सम्मान हो, अनधिकृत कॉलोनीवासियों का स्वाभिमान हो या स्वरोजगार की अपार संभावनाएं, मोदी जी के नेतृत्व में दिल्ली अब एक आदर्श राजधानी बनेगी।
नई दिल्ली से चुनाव जीते बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा ने एक्स पर पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा, अंधेरा छट गया, सूरज निकल गया, कमल खिल गया। दिल्ली ने विकास चुना है। ये जीत दिल्ली के विश्वास की है, ये जीत दिल्ली के भविष्य की है। मैं हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी जी, गृह मंत्री अमित शाह जी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी के नेतृत्व और भारतीय जनता पार्टी के एक-एक कार्यकता की मेहनत और दिल्ली की जनता के विश्वास का आभारी हूं। दिल्ली के इस नए सवेरे के लिए समस्त दिल्लीवासियों को बधाई।
BJP के प्रदेश प्रभारी बैजयंत पांडा ने बताया कि जल्द ही नए सीएम पर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कह, हमारे पास हर राज्य में सामूहिक नेतृत्व है और जीतने के बाद हमारा कोई भी कार्यकर्ता आगे आकर नेता बन सकता है। अन्य पार्टियों के साथ ऐसा नहीं है। हमारी प्रक्रिया है कि हम लोगों और अपने कार्यकर्ताओं की राय लेते हैं और अंत में यह हमारे संसदीय बोर्ड के पास जाता है, वहां फैसला होता है। इसलिए जो भी विधानसभा में हमारा नेता बनेगा, वह बहुत अच्छा नेता होगा।
आम आदमी पार्टी के कौन से बड़े-बड़े नेता हारे?नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल हारे
जंगपुरा सीट से मनीष सिसोदिया हारे
ग्रेटर कैलाश सीट से सौरभ भारद्वाज हारे
राजेंद्र नगर सीट से दुर्गेश पाठक हारे
शकूर बस्ती सीट से सत्येंद्र जैन हारे
मालवीय नगर सीट से सोमनाथ भारती हारे
दिल्ली का राजनीतिक इतिहासआम आदमी पार्टी ने 2013, 2015 और 2020 में सरकार बनाई, और अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बने। सितंबर 2024 से आतिशी सीएम पद संभाल रही हैं। इससे पहले 1998, 2003 और 2008 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी और शीला दीक्षित मुख्यमंत्री बनी थीं।
रुझानों में AAP के खराब प्रदर्शन पर अन्ना हजारे ने केजरीवाल को घेरादिल्ली चुनाव के रुझानों में आम आदमी पार्टी के खराब प्रदर्शन पर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा कि मैंने हमेशा कहा है कि एक उम्मीदवार का व्यवहार, उनके विचार शुद्ध होने चाहिए। जीवन पर कोई दाग नहीं होना चाहिए। अच्छे गुणों से मतदाताओं का विश्वास बढ़ता है। मैंने उनसे (केजरीवाल) ये सब कहा था लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने शराब पर फोकस किया। वह सत्ताबल से खुश थे।
वीरेंद्र सचदेवा ने क्या कहा?दिल्ली बीजेपी चीफ वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि हमें लगता है कि परिणाम हमारे पक्ष में आएगा। हमारे कार्यकर्ताओं ने काफी मेहनत की है। बीजेपी दिल्ली में डबल इंजन की सरकार बनने जा रही है। अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह के जो बयान आए हैं वो दिखाता है कि वे अपनी हार से घबराए हुए हैं। हमने मुद्दों से केजरीवाल सरकार को भागने नहीं दिया। उन्होंने लुभाने और भटकाने की कोशिश की।
मनजिंदर सिंह सिरसा क्या बोले?बीजेपी उम्मीदवार मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि बहुत कॉन्फिडेंट हैं। दिल्ली के लोग बदलाव चाहते हैं। अरविंद केजरीवाल हार मान चुके हैं। दिल्ली बहुत पिछड़ चुकी है। कांग्रेस की एक भी सीट नहीं आ रही है। इसलिए आप और कांग्रेस में कोई अयालंस की बात ही नहीं है। आप 20 सीट से अधिक नहीं जीत रही है।
19 जगहों पर काउंटिंग जारीबता दें कि 19 स्थानों पर कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुई। दिल्ली की मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) एलिस वाज ने बताया कि मतगणना के लिए पर्यवेक्षकों और सहायकों, ‘माइक्रो-ऑब्जर्वर’ और प्रशिक्षित सहायककर्मियों सहित पांच हजार कर्मचारियों को तैनात किया गया है। सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती की कई इसके 30 मिनट बाद ईवीएम में दर्ज मतों की गणना शुरू हुई। इसके बाद डाक मतपत्रों और ईवीएम के माध्यम से डाले गए मतों की गिनती एक साथ जारी रहेगी।