दोषियों की फांसी टलने के बाद निर्भया की मां ने जताई नाराजगी, कहा - पूरा सिस्टम अपराधियों को करता है सपोर्ट

पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया केस के चारों दोषियों की फांसी पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है। चारों दोषियों में से एक पवन की दया याचिका राष्ट्रपति के सामने लंबित होने की वजह से पटियाला हाउस कोर्ट ने चारों की फांसी पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है। पवन ने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन खारिज होने के तुरंत बाद दया याचिका दाखिल की थी। दोषियों की 3 मार्च को फांसी टालने की याचिका पर सोमवार को हुई सुनवाई में दोषी के वकील एपी सिंह ने दलील दी थी कि जब तक राष्ट्रपति इस पर फैसला नहीं लेते, तब तक अदालत डेथ वॉरंट पर रोक लगाए। फांसी पर रोक के बाद निर्भया की मां ने नाराजगी जताई है।

उन्होंने कहा 'मैंने हार नहीं मानी है। यदि हमारे कानून में फांसी की सजा है तो निर्भया के दोषियों को फांसी देनी होगी। उसके साथ बहुत बर्बरता हुई थी। उसकी आंतें तक बाहर निकाल ली गईं थीं। आखिर क्यों कोर्ट अपने आदेश का पालन कराने में इतना समय ले रहा है? बार-बार फांसी का टलना हमारे सिस्टम की नाकामी को दिखाता है। हमारा पूरा सिस्टम अपराधियों की मदद करता है'

आपको बता दे, दिसंबर 2012 में राष्ट्रीय राजधानी में एक 23 वर्षीय लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या से संबंधित है, जिसे बाद में निर्भया नाम दिया गया। इस मामले में एक किशोर सहित 6 लोगों को आरोपी बनाया गया था। छठे आरोपी राम सिंह ने मामले में मुकदमा शुरू होने के बाद तिहाड़ जेल में आत्महत्या कर ली। किशोर को 2015 में सुधारगृह में तीन साल बिताने के बाद रिहा कर दिया गया था। अन्य चार दोषियों पवन, अक्षय, विनय और मुकेश कुमार को फांसी की सजा सुनाई गई है।