CM केजरीवाल में दिखे कोरोना के लक्षण, खुद को किया आइसोलेट, होगा Covid-19 टेस्ट

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तबीयत अचानक से बिगड़ गई है। सीएम केजरीवाल को कल से हल्का बुखार और गले में खराश की शिकायत है। अब उनका कोरोना टेस्ट (Covid-19 test) करवाया जाएगा। कल दोपहर से सारी मीटिंग कैंसिल कर दी गई और सीएम केजरीवाल ने किसी से मुलाकात नहीं की। उन्होंने अपने आपको आइसोलेट कर लिया है। आपको बता दें कि सीएम केजरीवाल रोज दोपहर में दिल्ली में कोरोना मामले को लेकर खुद मीडिया से बात करते रहे हैं। लेकिन बीते दिनों बुखार और गले में खराश की शिकायत के बाद आज उन्होंने दोपहर में होने वाली मीटिंग से खुद को अलग कर लिया है। दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच खुद मुख्यमंत्री की तबीयत खराब होने की खबर से दिल्ली सरकार और स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई है। इस बीच सीएम केजरीवाल की सेहत को लेकर सतर्कता बरती जा रही है।

गौरतलब है कि कल ही दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने अस्पतालों का बंटवारा कर दिया है। केजरीवाल सरकार की कैबिनेट ने फैसला किया है कि दिल्ली के अस्पताल, चाहे वो सरकारी हों या निजी उनमें अब सिर्फ दिल्लीवालों का ही इलाज होगा। दिल्ली में मौजूद सिर्फ केंद्र के अस्पतालों में दिल्ली से बाहरवालों का इलाज होगा।

सीएम अरविंद केजरीवाल ने खुद इसका ऐलान किया था। दिल्ली सरकार को डॉक्टर महेश वर्मा कमेटी ने ये सुझाव दिया था। इसके अलावा दिल्ली सरकार की मानें तो उन्होंने दिल्ली वालों से उनकी राय भी ली थी, और दिल्ली वालों की राय पर केजरीवाल सरकार ने मुहर लगा दी, कि दिल्ली सरकार के अस्पताल में सिर्फ दिल्ली वाले इलाज कराएंगे।

आपको बता दें कि सोमवार को केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय में कोरोना वायरस के मामले सामने आए। श्रम शक्ति भवन में स्थित मंत्रालय में 11 अधिकारी कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए हैं। दिल्ली में कोरोना अब सरकारी दफ्तरों तक पहुंच गया है। अबतक कई केंद्रीय मंत्रालय के अधिकारी कोरोना महामारी की चपेट में आ गए हैं। फिर चाहे वो स्वास्थ्य मंत्रालय हो, रक्षा मंत्रालय या अब श्रम मंत्रालय ही क्यों ना हो। हाल ही में दिल्ली मेट्रो, दिल्ली के उपराज्यपाल के दफ्तर के कुछ अफसर भी वायरस की चपेट में आए थे। श्रम मंत्रालय के अलावा चुनाव आयोग में भी कोरोना वायरस का एक मामला सामने आया है। यहां ईवीएम डिविजन में काम करने वाला एक अधिकारी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सरकारी दफ्तरों में अधिकारियों के आने-जाने के लिए कुछ दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। जिनमें मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग रखना, एक जगह कम इकट्ठा होना, मीटिंग में दूरी बनाए रखना जैसे नियम शामिल हैं।

बता दें कि दिल्ली में कुल मरीजों का आंकड़ा 27,654 है। पिछले 24 घंटे में 1 हजार 320 नए मामले सामने आए हैं। अब तक 761 लोगों की मौत हो चुकी है। दिल्ली में मौजूदा समय में 219 कंटेनमेंट जोन हैं। ये आंकड़े डराने वाले हैं। देश की राजधानी में एक जून के बाद हर रोज 1 हजार 200 से ज्यादा कोरोना केस आ रहे हैं।

56 हजार पहुंच सकती है मरीजों की संख्या

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा है कि अभी हमारे पास 8 हजार 500 से 9 हजार के करीब बेड है। अगले 15 दिनों में इनकी संख्या बढ़कर 15 हजार से 17 हजार हो जाएगी। जैसा की हम जानते हैं कि मामले 14 से 15 दिनों में दोगुना हो रहे है, इसलिए हमें लगता हैं कि अगले दो सप्ताह में मामलों की संख्या 56 हजार पहुंच जाएगी।