लोकसभा चुनाव 2019: देश में 7 चरणों में होंगे चुनाव, 23 मई को आएंगे नतीजे

लोकसभा चुनाव की जिन तारीखों का इंतज़ार पूरा देश कर रहा था उसका ऐलान हो चूका है। देश के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा, चुनाव आयुक्त अशोक लवासा और चुनाव आयुक्त सुनील चंद्रा ने बताया कि 7 चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे। पहला चुनाव 11 अप्रैल को होगा। वहीं नतीजे 23 मई घोषित किए जाएंगे।
ये हैं चरणवार चुनाव की तिथियां

पहला चरण - 11 अप्रैल, 91 सीट, 20 राज्य

दूसरा चरण - 18 अप्रैल, 97 सीट, 13 राज्य

तीसरा चरण - 23 अप्रैल 115 सीट, 14 राज्य

चौथा चरण - 29 अप्रैल 71 सीट, 09 राज्य

पांचवां चरण - 06 मई 51 सीट 07 राज्य

छठवां चरण - 12 मई 59 सीट 7 राज्य

सातवां चरण - 19 मई 59 सीट, 08 राज्य

मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने ऐलान किया कि देश में आचार संहिता लागू कर दी गई है. मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल तीन जून को समाप्त हो रहा है. ऐसे में तब तक नई सरकार का गठन जरूरी हो जाता है. सूत्रों ने इससे पहले बताया कि चुनाव आयोग 17वीं लोकसभा के चुनाव कराने के लिए साजो-सामान की तैयारियां पूरी करने के अंतिम चरण में है. चुनाव के विस्तृत कार्यक्रम की घोषणा इस वीकेंड तक या अगले हफ्ते की शुरुआत तक हो सकती है. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि इस बार चुनाव में 90 करोड़ लोग वोट डालेंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि हम चुनाव के लिए काफी पहले से ही तैयारी कर रहे थे। सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के चुनाव आयुक्त से बात की। उन्हें तैयारी करने के लिए कह दिया गया था। लॉ एंड ऑर्डर की सिचुएशन भी जांची गई। यह सब करने के बाद ही आज हम चुनाव की घोषणा करने की स्थित में हैं। लोकसभा चुनाव के साथ साथ आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम विधानसभा चुनावों का ऐलान भी किया जा सकता है। सिक्किम विधानसभा का कार्यकाल 27 मई, आंध्र प्रदेश का कार्यकाल 18 जून, उड़ीसा का कार्यकाल 11 जून और अरूणाचल प्रदेश की विधानसभा का कार्यकाल जून के पहले हफ्ते में पूरा हो रहा है। बता दें कि एक अनुमान के मुताबिक ये आम चुनाव दुनिया का सबसे महंगा चुनाव साबित होने जा रहा है।

मुख्य चुनाव आयोग ने कहा कि इस बार ईवीएम मशीनों की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। आज से ही आचार संहिता लागू हो गई है। किसी भी तरह की नियम उल्लघन पर कार्रवाई। सभी उम्मीदवारों को अपनी संपति और शिक्षा का ब्यौरा देना होगा। फॉर्म 26 भरना होगा। उन्होंने कहा कि लाउड स्पीकर का इस्तेमाल रात 10 से सुबह छह तक बंद रखना होगा। हमारा फोकस ध्वनि प्रदूषण को कम करना है। सीआरपीएफ को बड़ी संख्या में तैनात किया जाएगा।

आपको बता दें कि मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल 3 जून को खत्म हो जाएगा। साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बीजेपी पहली ऐसी पार्टी बनी थी जो तीन दशकों में पहली पूर्ण बहुमत पाई थी। बीजेपी को 282 सीटें मिली थीं। जबकि एनडीए को 336 सीटें मिली थीं। वहीं कांग्रेस इस चुनाव में बुरी तरह से हारी थी और उसे मात्र 44 सीटें मिली थीं। कांग्रेस की हालत ऐसी थी कि उसे विपक्ष की नेता की कुर्सी पाने के लिए जरूरी 10 फीसदी सीटें भी नहीं मिली थीं।

फिलहाल चुनाव आयोग की ओर से तारीखों की घोषणा के बाद अब आचार संहिता लागू हो चुकी है। अब सरकार कोई भी नीतिगत फैसला नहीं ले पाएगी। वहीं चुनाव की तारीखों की घोषणा न होने से आयोग विपक्ष के निशाने पर भी था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने ट्वीट कर कहा, 'क्या चुनाव आयोग प्रधानमंत्री की 'आधिकारिक यात्राओं' के खत्म का इंतजार कर रहा है?' साल 2014 में चुनाव आयोग ने 5 मार्च को चुनाव की घोषणा कर दी थी। 9 चरणों में हुए चुनाव अप्रैल से लेकर मई तक चले थे। पहले चरण का मतदान जहां 7 अप्रैल को था वहीं आखिरी चरण का मतदान 12 मई को हुआ था।

चुनावी खर्चे में अमेरिका को पीछे छोड़ देगा भारत, 2014 में खर्च हुए थे 35,547 करोड़ रुपये

'कारनीज एंडोमेंट फोर इंटरनेशनल पीस थिंकटैंक' में सीनियर फेलो और दक्षिण एशिया कार्यक्रम के निदेशक मिलन वैष्णव के मुताबिक 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव और कांग्रेस चुनावों में 46,211 करोड़ रुपये (650 करोड़ डॉलर) खर्च हुए थे। वैष्णव के मुताबिक अगर भारत में 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में 35,547 करोड़ रुपये (500 करोड़ डॉलर) खर्च हुए थे तो 2019 के चुनाव में अमेरिकी चुनावों में खर्च का आंकड़ा आसानी से पार हो सकता है। ऐसा हुआ तो यह दुनिया का सबसे खर्चीला चुनाव साबित होगा। सीएमएस के एन भास्कर राव के मुताबिक खर्च की दर अगर यही रही तो 2019 के लोकसभा चुनाव में 50,000 से 60,000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। पिछले लोकसभा चुनाव में 35,000 करोड़ रुपया खर्च हुआ था।