कोरोना वायरस से अमेरिका में 10,335 मौतें, न्यूयॉर्क में 4700 से ज्यादा की मौत

चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस दुनिया के कई देशों में अपना कहर बरपा रहा है। कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर में मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। इस वायरस की वजह से दुनियाभर में 13 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित है वहीं, मृतकों की संख्या 72 हजार से ज्यादा है। अमेरिका में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 10,335 हो गई है। वहीं अभी तक 3,50,000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जो कि दुनिया के किसी भी देश में सबसे ज्यादा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बताया कि देश में कोरोना वायरस के लिए अब तक 16 लाख जांच की गई हैं। ट्रंप ने रविवार को व्हाइट हाउस में प्रेस वार्ता के दौरान कहा, 'अमेरिका में अब तक 16 लाख जांच की गई हैं जो किसी भी देश के मुकाबले सबसे ज्यादा हैं। लगभग पूरे देश के लिए बड़ी आपदा की घोषणा कर दी गई है और अमेरिका की 33 करोड़ जनसंख्या में से 95% से अधिक लोग घरों के भीतर रहने के आदेश के तहत हैं।'

न्यूयॉर्क में 4700 से ज्यादा मौतें

अमेरिका के न्यूयॉर्क में कोरोना का असर सबसे ज्यादा है, यहां 4700 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रयू क्यूमो ने लॉकडाउन 29 अप्रैल तक बढ़ा दिया है। सोमवार को क्युमो ने कहा कि राज्य में कोविड-19 (Covid-19) के मामलों की संख्या में वृद्धि जारी है और कुल मिलाकर न्यूयॉर्क में 130,000 से अधिक लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। 16,000 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, 13,000 लोगों को छुट्टी दे दी गई। सोमवार को मरने वालों की संख्या 599 थी। न्यूयॉर्क में स्कूल और कई गैर जरूरी ऑफिस 29 अप्रैल तक बंद रहेंगे। गर्वनर एंड्रयू क्यूमो ने इसकी घोषणा की। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर सख्ती बरतने को कहा है। अब इसका उल्लंघन करने पर 500 की बजाए 1 हजार डॉलर का जुर्माना देना होगा।

इटली में 16,500 से ज्यादा मौत

वहीं इटली में कोरोना वायरस से 16,523 लोगों की मौत हो चुकी है। सोमवार को 636 लोगों की मौत हुई। फ्रांस में कोरोना वायरस महामारी में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 8,911 तक पहुंच गई है। इसके अलावा ब्रिटेन में कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा 5,373 हो गया है। बता दे, कोरोना वायरस से पीड़ित ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की हालत बिगड़ गई है। भारतीय समयानुसार सोमवार की देर रात उन्हें इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) में ले जाया गया। प्रधानमंत्री कार्यालय 10-डाउनिंग स्ट्रीट से जारी रिलीज में कहा गया, “प्रधानमंत्री की हालत बिगड़ गई थी। इसके बाद मेडिकल टीम की सलाह पर उन्हें इंटेंसिव केयर यूनिट में ले जाया गया।” वे रविवार रात को अस्पताल में भर्ती हुए थे। उस समय उनके कार्यालय ने उनके अस्पताल जाने को एहतियातन चैकअप बताया था। सोमवार को कैबिनेट मिनिस्टर रॉबर्ट जेनरिक ने कहा था- पीएम बोरिस जॉनसन लंदन के एक अस्पताल से ही सरकारी कामकाज देखेंगे। जॉनसन 27 मार्च को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इसके बाद वो क्वारैंटाइन थे।