वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए खिलाड़ियों से जुड़े PM मोदी, चर्चा के बाद सचिन ने दिया ये बयान

प्रधानमंत्री ने तेजी से फैल रही कोविड-19 महामारी को फैलने से रोकने के लिए राष्ट्रीय लॉकडाउन के बीच खेल मंत्री कीरेन रीजीजू और देश के 40 से अधिक खिलाड़ियों से वीडियो कॉल के जरिए एक घंटे तक बात की, जिनमें बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली, दिग्गज सचिन तेंदुलकर और वर्तमान कप्तान विराट कोहली जैसे शीर्ष क्रिकेटर भी शामिल थे। इनमें से कुछ खिलाड़ियों ने अपने सुझाव भी रखे और मोदी ने कहा कि उन पर पूरा ध्यान दिया जाएगा। इस चर्चा के बाद चैम्पियन बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कहा कि 14 अप्रैल के बाद का समय कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में काफी अहम होगा। तेंदुलकर ने एक बयान में कहा कि उन्होंने (प्रधानमंत्री मोदी) ने मेरी इस धारणा को पुख्ता किया कि हम 14 अप्रैल के बाद भी निश्चिंत होकर बैठ नहीं सकते। उसके बाद का समय काफी अहम होगा। सभी की तरह लॉकडाउन के दौरान तेंदुलकर भी सामाजिक दूरी का पालन कर रहे हैं । उन्होंने बताया कि अब वह किसी से हाथ मिलाने की बजाय हाथ जोड़कर नमस्ते करते हैं।

उन्होंने कहा, मैंने यह भी कहा कि मैं जहां तक संभव हो , इसी तरीके से अभिवादन करता रहूंगा । महामारी से उबरने के बाद भी।

मोदी ने यह भी कहा कि इस समय बुजुर्गों का खास ध्यान रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा ,यह समय बुजुर्गों के साथ बिताना चाहिये । उनके अनुभव और उनकी कहानियां सुननी चाहिये।

उन्होंने कहा ,हमने यह भी बात की कि इस समय शारीरिक के साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना होगा । हमें एक टीम भावना के साथ टीम के रूप में काम करते हुए देश को इस महामारी से निकालना है।

बता दे, इस चर्चा में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की सूची में कई प्रमुख क्रिकेटर शामिल थे। विश्व कप विजेता पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) और केएल राहुल (KL Rahul) के नाम भी सूची में थे, लेकिन वे इसमें भाग नहीं ले सके। क्रिकेटरों के अलावा ओलिंपिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधु, भाला फेंक के एथलीट नीरज चोपड़ा, दिग्गज शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद, धाविका हिमा दास, मुक्केबाज एमसी मेरीकॉम और अमित पंघाल, पहलवान विनेश फोगाट और युवा निशानेबाज मनु भाकर भी उन खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिन्होंने वीडियो कॉल में हिस्सा लिया।