कोरोना वायरस / ब्रिटिश PM ने बताई हॉस्पिटल की आपबीती, कहा - डॉक्टरों ने कर ली थी मौत की खबर देने की तैयारी

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन 26 मार्च को कोरोना पॉज़िटिव पाए गए थे जिसके बाद उन्हें लंदन के सेंट थॉमस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दूसरे ही दिन उन्हें आईसीयू में दाख़िल करना पड़ा था। लेकिन पूरी तरह ठीक होने के बाद वो काम पर भी दोबारा वापस आ गए हैं। कोरोना वायरस से ठीक हो चुके ब्रिटिश पीएम जॉनसन ने कहा कि कुछ गलत होने पर क्या किया जाएगा, इसको लेकर डॉक्टरों ने पूरी प्लानिंग कर ली थी। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अपने इलाज से जुड़ी कई बातें सार्वजनिक की हैं। द सन से बातचीत करते हुए जॉनसन ने कहा कि उन्हें जिंदा रखने के लिए कई लीटर ऑक्सीजन दिया गया।

55 साल के जॉनसन ने कहा- 'वह मुश्किल वक्त था। मैं इनकार नहीं करूंगा। 'स्टालिन की मौत' की तर्ज पर उन्होंने प्लानिंग कर ली थी। मेरी स्थिति काफी अच्छी नहीं थी और मुझे ये पता था कि आकस्मिक घटना को लेकर प्लान तैयार है।' उन्होंने कहा कि वो अस्पताल में सिर्फ़ यही सोचते रहते थे कि वो इन सबसे कब बाहर निकलेंगे।

जॉनसन ने हॉस्पिटल में इलाज का जिक्र करते हुए कहा कि मॉनिटर पर दिखने वाला इंडिकेटर लगातार गलत दिशा में जा रहा था। इस दौरान उन्हें अहसास हो गया था कि कोरोना वायरस का कोई इलाज नहीं है। उन्होंने कहा कि ये मानना मुश्किल हो रहा था कि कैसे कुछ ही दिन में तबीयत इतनी अधिक खराब हो गई। मुझे याद है कि मैं फ्रस्ट्रेटेड था। मैं समझ नहीं पा रहा था कि मैं बेहतर क्यों नहीं हो रहा हूं।

बीते महीने जॉनसन का इलाज लंदन के सेंट थॉमस हॉस्पिटल में किया गया था। इलाज के दौरान जॉनसन लगातार खुद से सवाल पूछ रहे थे कि वे कैसे इस स्थिति से बाहर निकलेंगे?

जॉनसन के लिए अच्छी बात ये रही है कि ठीक होने के कुछ ही दिन बाद उनकी मंगेतर कैरी सिमंडस ने बेटे को जन्म दिया। उन्होंने अपने बेटे का नाम (निकोलस) उन डॉक्टरों के नाम पर रखने का फैसला किया है जिन्होंने उनकी जान बचाई।

सोशल मीडिया पर अपने बच्चे की तस्वीर पोस्ट करते हुए कैरी साइमंड्स ने कहा कि उनके बच्चे का दूसरा मिडिल नाम निकोलस डॉक्टर निक प्राइस और डॉक्टर निक हार्ट के नाम पर रखा गया है जिन्होंने प्रधानमंत्री की जान बचाई थी।