बिहार: पिछले 24 घंटे में मिले 4375 नए मरीज, 8676 हुए ठीक; रिकवरी रेट पहुंचा 92% से ऊपर

बिहार में 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण के 4375 नए मामले सामने आए हैं। 8676 मरीज स्वस्थ हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में 24 घंटों में 1,40,514 सैंपलों के टेस्ट किए गए। अब बिहार में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 44,907 हो गई है। सबसे ज्यादा 725 नए मामले राजधानी पटना में सामने आए। इसके बाद मुजफ्फरपुर में वायरस संक्रमण के 404 मामले सामने आए। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी है।

बिहार के अररिया में 116, बेगुसराय में 197, पूर्वी चंपारण में 122, गया में 190, गोपालगंज में 145, कटिहार में 185, मधुबनी में 119, मुंगेर में 114, नालंदा में 100, पूर्णिया में 155, समस्तीपुर में 216, सीवान में 125, सुपौल में 131, वैशाली में 117 और पश्चिमी चंपारण में 133 केस सामने आए।

राज्य में अब तक कुल 6,36,224 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। राज्य में रिकवरी रेट 92.80% है।

ब्लैक फंगस महामारी घोषित

बिहार सरकार ने शनिवार को ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने बताया कि प्रदेश में ब्लैक फंगस (म्यूकरमाइकोसिस) के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देशों पर इसे एपिडेमिक डिजीज एक्ट के तहत अधिसूचित किया गया है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने कई दिशानिर्देश भी जारी किए हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने पांडे ने बताया कि सभी निजी और सरकारी चिकित्सा संस्थान ब्लैक फंगस के संदिग्ध और पुष्ट मरीजों के मामलों को जिले के सिविल सर्जन के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग के एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम को रिपोर्ट करेंगे।

स्वास्थ्य मंत्री ने पांडे ने बताया कि सभी अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि ब्लैक फंगस की जांच, इलाज और प्रबंधन को लेकर केंद्र और राज्य सरकार की ओर से जारी दिशानिर्देशों का पालन करें।

स्वास्थ्य मंत्री ने पांडे ने कहा कि दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने पर संबंधित के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।

बता दे, बिहार में ब्लैक फंगस से संक्रमित मरीजों की संख्या 91 पहुंच गई है. बीते 24 घंटे में पटना AIIMS में 40 संदिग्ध मरीज आए, जिनमें से 7 में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है। वहीं, शनिवार को ही IGMS में दो ब्लैक फंगस के मामले आए।

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया है कि बिहार में ब्लैक फंगस के इलाज के लिए RMRI में दवाइयों का स्टोरेज किया गया है। पटना में AIIMS, IGIMS, PMCH और NMCH में इलाज की स्पेशल व्यवस्था की गई है। इनमें मरीजों को एंफोटेरिसिन की दवा फ्री में मिलेगी।