लॉकडाउन के दौरान लखनऊ में समोसे बेच रहे थे 2 लोग, पुलिस ने किया गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश (Coronavirus in Uttar Pradesh) में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। यहां संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 439 तक पहुंच गई है, इनमें 248 जमाती है। लखनऊ में 29 कोरोना संक्रमित मामले सामने आ चुके है। लॉकडाउन तोड़ने वालों के साथ पुलिस अब सख्ती से पेश आ रही है। लखनऊ में लॉकडाउन के दौरान समोसा बेचने वाले दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बता दें कि कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए लखनऊ में काफी सख्ती है। लखनऊ में कई इलाके सील किए गए हैं।

पुलिस लोगों को कह रही है कि वे बिना वजह के घरों से बाहर न निकलें, लेकिन कुछ लोग पुलिस की सलाह को लगातार दरकिनार कर रहे हैं। लखनऊ में शंकर चौराहे पर दो युवक समोसा बेच रहे थे। उन्हें समोसा बेचते देखकर कई लोग वहां पहुंच गए हैं। देखते ही देखते वहां पर भीड़ जमा हो गई और लोग उनसे समोसे खरीद कर खाने लगे। लेकिन जैसे ही इस बात की जानकारी पुलिस को मिली तो तुरंत पुलिस ने वहां पहुंचकर दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। गोमतीनगर के पत्रकारपुरम चौकी इंचार्ज शालिनी शहाय, कॉन्स्टेबल नितिन कुमार और आलोक पांडेय की टीम ने कार्रवाई करते हुए दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया।

ये दोनों युवक ग्वारी गांव के रहने वाले हैं और इनका नाम वीरेंद्र कुमार और राम बाबू शर्मा है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 188 और 269 के तहत मामला दर्ज कर इन्हें गिरफ्तार किया है। बता दें कि 1897 के महामारी कानून के सेक्शन 3 में इस बात का जिक्र किया गया है कि अगर कोई प्रावधानों का उल्लंघन करता है, सरकार / कानून के निर्देशों / नियमों को तोड़ता है, तो उसे आईपीसी की धारा 188 के तहत दंडित किया जा सकेगा।