कोरोना वीरांगना का दर्द / 'सर्वे करने जाते हैं तो लोग देते हैं गंदी-गंदी गालियां, मारते हैं पत्थर'

देशभर में जारी कोरोना संक्रमण के बीच ऐसी कई घटनाएं सामने आईं हैं, जिसमें लोग घर-घर जाकर स्वास्थ्य जांच करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों पर हमले कर रहे हैं। ऐसे में सरकार ने डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों के साथ हो रही हिंसा को लेकर आज बड़ा कदम उठाया है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक के बारे में बताते हुए कहा है कि डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों पर हो रही हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा स्वास्थ्यकर्मियों पर हिंसा के लिए भारी सजा और भारी-भरकम जुर्माना भी लगाया जाएगा। आरोपियों को तीन महीने से लेकर 5 साल की सजा, 50 हजार से लेकर 3 लाख तक का जुर्माना हो सकता है।

सिर्फ गंदी-गंदी गालियां दी जाती हैं

ऐसी घटनाओं पर नागपुर में लोगों की जांच के लिए घर-घर जा रहीं आशा कार्यकर्ताओं ने अपना दुख जाहिर किया और आपबीती बताई। महाराष्ट्र के नागपुर में आशा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि जब वे लोगों को जागरूक करने जाती हैं तो उन्हें न सिर्फ गंदी-गंदी गालियां दी जाती हैं, बल्कि उन्हें पत्थरों से भी मारा जाता है।

आशा कार्यकर्ता ऊषा ठाकुर ने कहा, 'जब हम सर्वे करने जाते हैं तो लोग हमें पत्थर मारते हैं और गालियां देते हैं कि आप हमारे घर क्यों आ रही हैं सवाल करने। हम उन्हें समझाते हैं कि हम उनके हित के लिए काम कर रहे हैं। आप हमें सिर्फ जानकारी दीजिए, उसके अलावा हम आपके घर से कुछ नहीं मांगते।'

आपको बता दें कि आशा कार्यकर्ताओं को कोरोना रेड ज़ोन एरिया में सर्वेक्षण करने और साथ ही लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने का काम सौंपा गया है। नागपुर में कोरोना के बढ़ते असर को रोकने के लिए की जा रही कोशिशों के बावजूद लगातार नए पॉजिटिव मामले मिल रहे हैं। मंगलवार को यहां 11 नए संक्रमित मिले हैं। इसी के साथ नागपुर में कुल संक्रमितों की संख्या अब 82 पर पहुंच गई है। ज्यादातर संक्रमित शहर के दो इलाकों मोमिनपुरा और सतरंजीपुरा के हैं। वहीं, महाराष्ट्र में अबतक 5218 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। इनमें से 722 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं राज्य में अबतक 251 लोगों की मौत हो चुकी है।