बेलगाम कोरोना! भारत में पिछले 24 घंटों में मिले 1,17,100 नए केस, 302 मौतें

देश में कोरोना महामारी की तीसरी लहर शुरू हो गई है। तीसरी लहर में संक्रमण के एक लाख से ज्यादा केस सामने आए हैं। 24 घंटे में संक्रमण के 1,17,100 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इस दौरान 302 लोगों की मौत हुई है। दैनिक मामलों में 5 जून, 2021 के बाद यह सबसे अधिक वृद्धि है। आपको बता दें कि 28 दिसंबर को सिर्फ 9,155 नए संक्रमण के केस दर्ज किए गए थे। वहीं, देश में कुल मामलों की बात करें तो अब तक 3.52 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 3.43 करोड़ लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं 4 लाख 83 हजार 178 लोगों की अब तक मौत भी हो चुकी है। एक्टिव केस यानी इलाज करा रहे मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 3.65 लाख हो गया है।

दिल्ली की बात करें तो यहां गुरुवार को 15,097 नए मामले सामने आए जो पिछले साल 8 मई के बाद सबसे ज्यादा हैं। पिछले दो दिनों में राष्ट्रीय राजधानी में दैनिक मामले तीन गुना हो गए हैं। इससे पहले मंगलवार को 5,481 और बुधवार को 10,665 नए मामले सामने आए थे।

महाराष्ट्र में गुरुवार को 36,265 लोग संक्रमित पाए गए। 8907 लोग ठीक हुए और 13 लोगों की मौत हो गई। अब तक राज्य में 67.93 लाख लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 65.33 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 1,41,594 लोगों की मौत हो गई। 1,14,847 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है। मुंबई में मंगलवार को 10,606 मामले और बुधवार को 15,014 मामले सामने आए थे। वहीं, गुरुवार को 20,181 नए केस दर्ज किए गए।

पश्चिम बंगाल में गुरुवार को 15,421 लोग संक्रमित पाए गए। 7343 लोग ठीक हुए और 19 लोगों की मौत हो गई। अब तक राज्य में 16.93 लाख लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 16.32 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 19,846 लोगों की मौत हो गई। 41,101 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है।

तमिलनाडु में गुरुवार को 6983 लोग संक्रमित पाए गए। 721 लोग ठीक हुए और 11 मरीजों की मौत हो गई। अब तक राज्य में 27.67 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 27.07 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 36,825 लोगों की मौत हो गई। 22,828 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है।

कर्नाटक में गुरुवार को 5031 लोग संक्रमित पाए गए। 271 लोग ठीक हुए और 1 लोगों की मौत हो गई। अब तक राज्य में 30.22 लाख लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 29.62 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 38,358 लोगों की मौत हो गई। 22,173 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है।

राजस्थान में गुरुवार को 2656 लोग संक्रमित पाए गए। 404 लोग ठीक हुए। आज यहां एक भी मौत नहीं हुई। अब तक राज्य में 9.63 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 9.46 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 8,967 लोगों की मौत हो गई। 7268 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है।

मध्य प्रदेश में गुरुवार को 1033 लोग संक्रमित पाए गए। 102 लोग ठीक हुए। आज यहां एक भी मौत नहीं हुई। अब तक राज्य में 7.96 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 7.83 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 10,535 लोगों की मौत हो गई। 2475 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है।

उत्तर प्रदेश में गुरुवार को 3114 लोग संक्रमित पाए गए। 47 लोग ठीक हुए और एक मौत दर्ज की गई। अब तक राज्य में 17.19 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 16.88 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 22,917 लोगों की मौत हो गई। 8224 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है।

पंजाब में गुरुवार को 2379 लोग संक्रमित पाए गए। 121 लोग ठीक हुए और 5 मरीजों की मौत हो गई। अब तक राज्य में 6.11 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 5.87 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 16,662 लोगों की मौत हो गई। 6687 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है।

हरियाणा में गुरुवार को 2678 लोग संक्रमित पाए गए। 801 लोग ठीक हुए और 1 मरीजों की मौत हो गई। अब तक राज्य में 7.81 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 7.63 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 10,067 लोगों की मौत हो गई। 7912 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है।

गुजरात में गुरुवार को 4213 लोग संक्रमित पाए गए। 860 लोग ठीक हुए और 1 मरीज की मौत हो गई। अब तक राज्य में 8.44 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 8.20 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 10,127 लोगों की मौत हो गई। 14346 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है।

देश भर में दर्जनों राज्य सरकारें पहले ही नाइट कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन के साथ-साथ स्कूलों को भी बंद कर चुकी हैं। हालांकि, कई राज्यों में राजनीतिक रैलिया जारी हैं, जहां अगले कुछ हफ्तों और महीनों में चुनाव होने वाले हैं।

इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को सभी राज्यों को जिला और उप-जिला स्तर पर 24×7 नियंत्रण कक्ष फिर से स्थापित करने का निर्देश दिया है। इसका मकसद गंभीर मरीजों के लिए एम्बुलेंस और अस्पताल के बिस्तर की बुकिंग जैसी सुविधाएं सुनिश्चित करना है।