कोरोना देश में / 24 घंटे में 2553 नए केस, एक हजार से ज्यादा मरीज हुए ठीक, रिकवरी रेट बढ़कर 27.5% हुई

देश में कोरोना का कहर लगातार जारी है। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश में घोषित लॉकडाउन का तीसरा चरण आज सोमवार से 2 और हफ्ते के लिए बढ़ गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना के 2,553 नए केस सामने आए हैं। इसके साथ ही देश में कोरोना के कुल मामलों की तादाद बढ़कर 42,533 हो गई है। देश में कोरोना से ठीक होने वाले लोगों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटे में 1,074 मरीज ठीक हुए हैं। देश में कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या भी बढ़कर 11,706 हो गई है जो 27.5% है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि जिस प्रकार लॉकडाउन में धीरे-धीरे ढील दी जा रही है, इस क्रम में जरूरी है कि कड़े रोकथाम उपायों, प्रभावी मेडिकल ​​प्रबंधन, संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के प्रयास जारी रखने की आवश्यकता है।

लॉकडाउन 3.0 के पहले दिन ढील दिए जाने के चलते देशभर से जो तस्वीरें सामने आई हैं, वे चिंतित करने वाली हैं। आज स्वास्थ्य, गृह और सरकार के अन्य विभागों की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी इस पर गंभीर चिंता जताई गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि लॉकडाउन के तीसरे चरण में आज से दी जा रही छूट के दौरान भी लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। जरूरी काम होने पर ही घरों से निकलें और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। उन्होंने कहा कि यह नोटिस किया गया है कि कोरोना वायरस लॉकडाउन में छूट देने पर लोग सोशल डिस्टेंसिंग का सम्मान नहीं कर रहे। उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी महामारियों में ऐतिहासिक रूप से याद रखा जाना चाहिए कि यदि दी जा रही ढील में सामाजिक दूरी का पालन नहीं किया जाता है, तो प्रतिबंधों में ढील होते ही रोग के फैलने की संभावना तेजी से बढ़ जाती है। ऐसी स्थिति को रोकने के लिए और लॉकडाउन को प्रभावी बनाए रखने के लिए, हमें अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को समझना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम जिम्मेदारी से व्यवहार करें। उन्होंने कहा कि हमें सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क/कवर अनिवार्य रूप से पहनने की आवश्यकता है। निवारक उपायों को कन्टेनमेंट जोन के बाहर भी पालन करने की आवश्यकता है।