अमेरिका / कोरोना वायरस के इलाज को लेकर राष्ट्रपति ट्रंप ने दी ये खतरनाक सलाह, हुई जमकर आलोचना

अमरीका (Coronavirus in America) में कोरोना वायरस के संक्रमितों की कुल संख्या 8 लाख 90 हजार से ज्यादा हो गई है। इसकी चपेट में आकर अब तक यहां 51 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में अभी ये संख्या रुकने नहीं जा रही। शुक्रवार को अमरीका में संक्रमण के 21,579 नए मामले सामने आए और 1,130 लोगों की मौत हुई।

वहीं, शुक्रवार को व्हाइट हाऊस की प्रेस ब्रीफ़िंग में राष्ट्रपति ट्रंप की दी गई सलाह की जमकर आलोचना हो रही है। ट्रंप ने ब्रीफ़िंग के दौरान कहा था कि इस पर शोध होना चाहिए कि क्या रोगाणुनाशकों को शरीर में इंजेक्ट करने से कोरोना वायरस का इलाज हो सकता है। हालाकि, इस प्रेस ब्रीफ़िंग में मौजूद व्हाइट हाउस कोरोना टास्क फोर्स की डॉक्टर डेबोराह बिरक्स ने उनके इस सलाह को तुरंत प्रभाव से खारिज कर दिया था। बाद में शुक्रवार को ट्रंप ने कहा कि उन्होंने यह ‘तंज’ में कहा था। हालांकि बीबीसी से बातचीत में डॉक्टरों का कहना है कि कुछ लोग उनकी इस बात को सच मान सकते हैं।

सर्जन डॉक्टर जोनाथन स्पाइसर चेतावनी भरे लहजे में कहते हैं, 'ये रोगाणुनाशक इतने खतरनाक होते हैं कि यह हमारे अंदर के हिस्से को गला देंगे।'

न्यूयॉर्क सिटी की हेल्थ कमीशनर डॉक्टर ऑक्सीरीस बारबोट कहती हैं, 'रोगाणुनाशक को किसी भी तरीक़े से फिर चाहे इंजेक्शन, या फिर पीने या स्कीन पर लगाने पर भी शरीर के लिए ये बहुत नुक़सानदायक है।'

इसके साथ ही ट्रंप ने एक और प्रस्ताव रखा था जिसमें उन्होंने कहा था कि अलट्रावॉयलेट लाइट से मरीजों के शरीर को इरेडिएट किया जा सकता है।

हालाकि, इस पर इम्यूनॉलिजिस्ट डॉक्टर डोना फार्बर इस पर कहती हैं, 'ये किरणें आपके बहुत अंदर नहीं जाती, आप इसे अंदर की ओर भी डालेंगे तो यह फेफड़ों तक नहीं पुहँचेंगी। हम जानते हैं कि जब हम इन किरणों के संपर्क में आएंगे तो क्या होगा। हमें सनबर्न होगा और यह डीएनए को नुक़सान पहुँचाएँगी। किसी भी तरह का रेडिएशन जो हमारे शरीर में जाएगा वो हमें बहुत नुक़सान पहुँचाने वाला होगा। इससे अच्छा है कि आप कोरोना वायरस के साथ ही रहे और अपने इम्युन सिस्टम को उससे लड़ने दें।'

इसके साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) ने शुक्रवार को प्रेस ब्रीफिंग में यह भी कहा कि जिन देशों को वेंटिलेटर की जरूरत है, उन्हें अमेरिका भेज रहा है। हमारे पास अपनी जबरदस्त क्षमता है। फेडरल गवर्नमेंट के पास 10000 वेंटिलेटर हैं। हम मैक्सिको, इंडोनेशिया, फ्रांस, होंडुरास की मदद कर रहे हैं। साथ ही इटली और स्पेन में भी भेज रहे हैं।