जानें लॉकडाउन 4.0 में क्या चाहते हैं राज्य...

कोरोना के प्रसार की गति को रोकने के लिए देश में लॉकडाउन लगाया गया था। लॉकडाउन के दो चरण पूरे हो चुके है और तीसरा चरण 17 मई को खत्म होने वाला है। सोमवार से लॉकडाउन चौथा चरण (lockdown 4.0) की शुरुआत होने वाली हैं। मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि लॉकडाउन अभी पूरी तरह नहीं हटेगा। हालांकि उन्होंने चौथे चरण में ज्यादा छूट का संकेत भी दिया था। लॉकडाउन 4.0 में लोगों को और अधिक रियायतें मिलने वाली है। हालांकि, इसमें भी स्कूल, कॉलेज, मॉल और सिनेमाघर खोलने की इजाजत नहीं होगी, कुछ इलाकों में सलून खोलने की इजाजत मिल सकती है। साथ ही गैर-जरूरी सामानों की डिलीवरी भी शुरू हो सकती है।

अधिकारियों के मुताबिक, सोमवार यानी 18 मई से शुरू होने जा रहे चौथे चरण में ग्रीन जोन को पूरी तरह खोलने का फैसला लिया जा सकता है। इस चरण में हॉटस्पॉट तय करने का अधिकार राज्यों के हाथों में जा सकता है। हालाकि किसी भी स्तिथि में शारीरिक दूरी का पालन करना और मास्क लगाने अनिवार्य रहेंगे।

वहीं, ऑरेंज जोन में भी बहुत कम पाबंदियां रहेंगी। रेड जोन में भी कंटेनमेंट एरिया में ही सख्ती रखी जाएगी। यहां तक कि रेड जोन में सैलून, नाई की दुकान और चश्मे की दुकानों को भी खोलने की अनुमति मिल सकती है। हालांकि इस संबंध में विस्तृत गाइडलाइंस राज्य सरकारों के सुझावों के आधार पर गृह मंत्रालय जारी करेगा। राज्य सरकारों को शुक्रवार तक अपने सुझाव देने को कहा गया था।

दरअसल, पंजाब, बंगाल, महाराष्ट्र, असम और तेलंगाना लॉकडाउन को जारी रखना चाहते हैं। इनमें से कुछ राज्य जोन तय करने का अधिकार अपने हाथ में चाहते हैं। राज्यों का यह अनुरोध माना जा सकता है, ताकि राज्य जमीनी हालात के आधार पर किसी क्षेत्र में लोगों की आवाजाही या आíथक गतिविधियों को लेकर फैसला कर सकें। अभी कोई भी राज्य लॉकडाउन को पूरी तरह से हटाने के पक्ष में नहीं है, लेकिन आर्थिक गतिविधियों को धीरे-धीरे शुरू करना चाहते हैं।

लॉकडाउन 4 को लेकर 5 लाख से ज्यादा फीडबैक मिलें

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए कहा था कि उन्हें दिल्ली के लोगों की तरफ से 5 लाख से ज्यादा फीडबैक मिलें है। जिनमें दिल्ली के लोग चाहते हैं कि संक्रमण जोन में भी कुछ इकनॉमिक एक्टिविटी शुरू हों। उन्होंने कहा कि दिल्ली से कुछ प्रतिबंध हटाने चाहिए, जिसके सभी इलाकों को रेड जोन में रखा गया है। लोगों ने सीमित क्षमता के साथ बसों और मेट्रो की आवाजाही शुरू करने और 25% या 50% मॉल खोलने का भी सुझाव दिया है। दिल्ली में शुक्रवार को संक्रमण के 425 मामले सामने आए। यहां कुल संक्रमितों की संख्या 8,895 तक पहुंच गई है।

सख्त लॉकडाउन चाहता है महाराष्ट्र

महाराष्ट्र की सरकार मुंबई, इसके उपनगरीय इलाकों और पुणे में सख्त लॉकडाउन चाहती है। राज्य सरकार एक जिले से दूसरे जिले और दूसरे राज्य के लिए किसी भी तरह के परिवहन की अनुमति नहीं देना चाहती। बता दे देश में कोरोना से सबसे बुरी तरह महाराष्ट्र ही प्रभावित हुआ है, जहां 30000 के करीब मामले सामने आ चुके हैं और 1000 से भी अधिक लोग मारे जा चुके हैं। महाराष्ट्र सरकार ने कुछ नियम शर्तों के साथ उद्योगों को खोलने की इजाजत दी है। हालांकि, हालात बुरे होने की वजह से कुछ खास छूट नहीं मिल पाएगी। महाराष्ट्र में शुक्रवार को 1576 कोरोना मरीज मिले। अकेले मुंबई में 933 नए मामले सामने आए। हॉट स्पॉट धारावी में 84 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई, यहां 53 मौतें हो चुकी हैं। मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन, पुणे, सोलापुर, औरंगाबाद और मालेगांव जैसे हॉट स्पॉट इलाकों में लॉकडाउन 31 मई तक बढ़ा दिया गया है।

इकनॉमिक एक्टिविटी शुरू करना चाहता है गुजरात

गुजरात बड़े शहरी केंद्रों में आर्थिक गतिविधियां शुरू करना चाहता है। लॉकडाउन 4.0 में गुजरात सरकार चाहती है कि वहां के सभी अरबन सेंटर्स में सारी इकनॉमिक एक्टिविटी शुरू हों। हालांकि, अहमदाबाद, सूरत और वडोदरा जैसे शहरों में बहुत सारे कोरोना मामले सामने आए हैं। सिर्फ अहदाबाद में ही गुजरात के 70% मामले हैं। गुजरात में शुक्रवार को संक्रमण के 340 नए मामले सामने आए हैं। वहीं इस वायरस से 20 लोगों की मौत हो चुकी हैं। राज्य में अहमदाबाद शहर कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। यहां आज 261 कोरोना के मामले सामने आए। इसके साथ ही यहां कुल संक्रमितों का आंकड़ा 7171 तक पहुंच गया हैं। गुजरात में आज 282 लोग इस वायरस को मत देकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए हैं। अहमदाबाद शहर में शुक्रवार से सब्जी एवं किराना की बिक्री शुरू की गई है। इससे पूर्व सुपर स्प्रेडर कहे जानेवाले इन व्यापारियों की स्क्रीनिंग की गई। इसमें से 700 की रिपोर्ट कोरोना पोजीटिव आई है।

इकनॉमिक एक्टिविटी फिर से शुरू करना चाहता है तमिलनाडु
तमिलनाडु ने कहा है कि कंटेनमेंट जोन में भी इकनॉमिक एक्टिविटी फिर से शुरू होनी चाहिए। हालांकि, राज्य में पिछले दिनों में कोरोना वायरस के मामले काफी तेजी से बढ़े हैं। एक सब्जी मार्केट से ही करीब 2600 मामले सामने आए हैं। राज्य में सोमवार से काफी बड़ी रियायतें दिए जाने की घोषणा की जा चुकी है। साथ ही वर्किंग आवर बढ़ाने और फैक्ट्रियां खोले जाने की रियायत भी सोमवार से मिलेगी। आपको बता दे, सबसे ज्यादा संक्रमित मामलों की बात करे तो तमिलनाडु दूसरे नंबर पर है। यहां 10 हजार से ज्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके है। वहीं, 71 लोगों की मौत इस वायरस के चलते हो गई है।

पूरी तरह से बंद रखना चाहती है बिहार, झारखंड, ओडिशा सरकार

बिहार, झारखंड, ओडिशा की सरकारें लॉकडाउन 4 में सब कुछ पूरी तरह से बंद रखना चाहती है। इन राज्यों का कहना है कि कोई रियायत ना दी जाए। इन राज्यों में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तो घोषणा भी कर दी है कि वहां 31 मई तक लॉकडाउन जारी रहेगा। हालांकि, जिलों के पास अधिकार होगा कि वह कुछ रियायतें दे सकें। बिहार में कोरोना के 1033 मामले सामने आ चुके है और सात लोगों की मौत हो गई है। वहीं, झारखंड की बात करे तो यहां अभी तक 211 संक्रमित मामले सामने आ चुके है और तीन लोगों की मौत हो चुकी हैं। ओडिशा में कोरोना के 672 मामले है और तीन लोगों की मौत हो चुकी हैं।

सख्त लॉकडाउन चाहती है पंजाब

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी कहा है कि राज्य में अभी रियायतें नहीं दी जानी चाहिए, बल्कि सख्त लॉकडाउन लगा रहना चाहिए। उन्होंने पीएम मोदी से मीटिंग में कहा - हमारे राज्य में सख्त लॉकडाउन होने चाहिए, मैं सुनिश्चित करूंगा की कर्फ्यू लगा रहे। पंजाब में कोरोना के 1932 मामले सामने आ चुके है। वहीं, 32 लोगों की मौत इस वायरस के चलते हो गई हैं।

स्टोरेंट, होटल और जिम खोलना चाहता है कर्नाटक

कर्नाटक की बात करे तो यहां कोरोना के 1056 मामले सामने आ चुके है। और 36 लोगों की मौत हो चुकी हैं। कर्नाटक ने सरकार से कहा है कि राज्य में रेस्टोरेंट, होटल और जिम खुलने चाहिए। बता दें कि पिछले ही हफ्ते राज्य सरकार ने पब और बार को शराब बेचने की इजाजत दी थी, लेकिन सिर्फ टेक अवे सिस्टम के तहत।

केरल चाहता खुले पर्यटन

केरल की सबसे अधिक आय पर्यटन से होती है। राज्य ने मांग की है कि लॉकडाउन 4.0 में मेट्रो सेवाएं, लोकल ट्रेनें, घरेलू उड़ानें, रेस्टोरेंट और होटल खुलने चाहिए। केरल में ही कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था और राज्य ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में बेहद अहम भूमिका निभाई है। यहां से करीब 560 मामले सामने आए थे, जिसमें से 500 के करीब लोग सही हो चुके हैं। राज्य में कोरोना वायरस से सिर्फ 4 लोगों की मौत हुई है।

पब्लिक एक्टिविटी शुरू करना चाहता है आंध्र प्रदेश

आंध्र प्रदेश की बात करे तो राज्य ने केंद्र को नॉन-कंटेनमेंट जोन में सभी इकनॉमिक और पब्लिक एक्टिविटी शुरू करने का प्रस्ताव भेजा गया है। बता दें कि यहां अब तक 2300 से भी अधिक कोरोना वायरस के मामले सामने आ चुके हैं और करीब 11,500 लोग क्वारंटीन में हैं। आंध्र प्रदेश में कोरोना से अब तक 48 लोगों की मौत हो चुकी हैं।