कोरोना वायरस : क्या 21 दिन से आगे बढ़ सकता है लॉकडाउन? मोदी सरकार ने दिया ये जवाब

कोरोना वायरस के मामले दुनियाभर में तेजी से बढ़ रहे है। पूरी दुनिया में कोरोना के 7,27,000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 34,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। यहां कोरोना के 1071 मामले सामने आए हैं, जिसमें से 29 की मौत हो चुकी है और 99 ठीक हो चुके हैं। इसके अलावा 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन का आज छठा दिन है। हालांकि, जिस तरह से कोरोना संक्रमितों की संख्या और मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। उससे ऐसी चर्चा है कि सरकार लॉकडाउन को 21 दिन से आगे भी बढ़ा सकती है। इससे लोग खासे परेशान भी हैं। लॉकडाउन के दूसरे दिन मोदी सरकार ने राहत पैकेज का ऐलान किया। इसके अगले दिन आरबीआई ने भी ईएमआई और लोन को लेकर कई बड़े ऐलान किए, लेकिन दोनों में ही तीन महीने की बात कॉमन थी। जिस तरह हर योजना को अगले तीन महीने के लिए तैयार किया गया उससे इस बात की संभावनाओं को बल मिलने लगा है कि क्या ये लॉकडाउन का संकट 21 दिनों से बड़ा होने वाला है। हालांकि अब सरकार ने साफ किया है कि लॉकडाउन को आगे बढ़ाने वाली बात आधारहीन है। प्रेस इंफोर्मेशन ब्यूरो ने सोमवार को इसकी जानकारी दी।

PIB का कहना है कि लॉकडाउन को आगे बढ़ाने वाली बात अफवाह है और मीडिया रिपोर्ट के आधार पर ये बातें कही जा रही हैं। कैबिनेट सेक्रेटरी ने इन खबरों को खारिज किया है। उनका कहना है कि इन खबरों का कोई आधार नहीं है। केंद्रीय मंत्रिमंडल सचिव राजीव गौबा ने कहा कि लॉकडाउन को बढ़ाए जाने की खबरें चौंकाने वाली हैं, हमारा ऐसा कोई प्लान नहीं है।

बता दे, कोविड-19 बीमारी के बढ़ते खतरे को देखते हुए दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने बड़ा कदम उठाने का फैसला किया है। एम्स ने ट्रॉमा सेंटर की पूरी बिल्डिंग को कोविड-19 अस्पताल में तब्दील करने का निर्णय लिया है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, इसकी तैयारियां भी तेजी पकड़ चुकी है। बता दें, एम्स के ट्रॉमा सेंटर का पूरे देश में नाम है जहां एक से एक गंभीर मामलों का इलाज किया जाता है। ट्रॉमा सेंटर खासकर दुर्घटना के मामले निपटाता है। अब यह सेंटर पूरी तरह से कोविड-19 के मरीजों के लिए समर्पित होने जा रहा है।