योगी सरकार का बड़ा फैसला, दूसरे राज्यों से वापस लाए जाएंगे यूपी के मजदूर, लेकिन इस शर्त पर

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब दूसरे राज्यों में फंसे यूपी के मजदूरों को वापस लाने की तैयारी में है। हालाकि, इसके ऊपर एक शर्त भी है कि वही मजदूरों को वापस लाया जाएगा तो दूसरे राज्यों में 14 दिन का क्वारनटीन पूरा कर चुके है। सीएम योगी ने टीम-11 के साथ मीटिंग में 14 दिन का क्वारंटीन पूरा कर चुके दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को चरणबद्ध तरीके से वापस लाने की कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को टीम-11 के साथ बैठक के बाद कहा कि एक कार्य योजना तैयार की जाए, जिसमें दूसरे राज्यों में फंसे हुए मजदूरों की चेकिंग और टेस्टिंग करने की योजना बने और फिर प्रदेश की सीमा में आने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार उन मजदूरों को उनके जिलों तक अपनी बसों के माध्यम से पहुंचाएगी। सीएम ने मजदूरों के लिए बनाए जाने वाले क्वारंटीन स्थलों पर पूल टेस्टिंग की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि मजदूरों की यूपी वापसी की यह प्रक्रिया चरणबद्ध होगी और इसकी शुरुआत हरियाणा से की जाएगी। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के 11 हजार मजदूर हरियाणा में क्वारंटीन सेंटर में हैं।

मजदूर को 1000 रुपये भी देगी सरकार

सीएम योगी ने शुक्रवार को 5 कालीदास मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास पर अधिकारियों से यह भी कहा कि विभिन्न जिलों में जहां भी इन मजदूरों के लिए क्वारंटीन सेंटर बनाए जाएं, कोशिश की जाए कि ये सेंटर उनके गांव के ही आसपास हों। सीएम योगी ने कहा कि इन जिलों में क्वारंटीन पूरा करके घर जाने वाले हर मजदूर को 1000 रुपये और तय मात्रा में खाद्यान्न भी उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए।

बता दें कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए देश भर में लगाए गए लॉकडाउन के बीच अलग-अलग राज्यों में मजदूर फंसे हुए हैं। ये प्रवासी मजदूर लगातार अपने घर वापस जाने की मांग कर रहे हैं। राजस्थान के कोटा में फंसे बच्चों को वापस लाए जाने के बाद प्रवासी मजदूरों को वापस उनके राज्यों में भेजे जाने की मांग बढ़ गई थी।

बसपा प्रमुख मायावती, सपा प्रमुख अखिलेश यादव सहित कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कोटा से बच्चों को वापस लाए जाने के योगी सरकार के कदम की तारीफ की थी। साथ ही दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को वापस लाए जाने की मांग की थी।