सख्त आदेश / अवैध तरीके से आने वाले प्रवासियों को अब यूपी में नहीं मिलेगी एंट्री

उत्तर प्रदेश की सीमा में अब प्रवासी मजदूर प्रवेश नहीं कर सकेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मजदूरों के पलायन पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सख्त आदेश दिए है कि जो भी प्रवासी मजदूर पैदल, अवैध या असुरक्षित गाड़ियों से चलकर उत्तर प्रदेश में आने की कोशिश करे तो उन्हें वही रोक दिया जाए। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने शनिवार को कहा कि सीएम योगी ने औरैया सड़क हादसे पर संवेदना व्यक्त करते हुए सभी वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसी भी प्रवासी नागरिक को पैदल, अवैध या असुरक्षित वाहनों से यात्रा न करने दिया जाए। उन्होंने कहा कि अब अन्य प्रदेशों से प्रदेश की सीमा में पैदल, दो पहिया वाहन और ट्रक के जरिए किसी भी प्रवासी व्यक्ति आने की अब इजाजत नहीं होगी।

उन्होंने कहा कि प्रवासियों के लिए हर बॉर्डर पर 200 बसें बॉर्डर के जिलों में व्यवस्थित की गई हैं। अब तक यूपी में 449 ट्रेनें आ चुकी हैं। यह पूरे देश में सबसे अधिक संख्या है। इन ट्रेनों से 5 लाख 64 हजार लोग यात्रा कर चुके हैं। शनिवार को ही 75 ट्रेनें आएंगी, 286 और ट्रेनों के संचालन को सहमति दी गई है। अवनीश अवस्थी ने कहा कि अगर पूरी संख्या जोड़ी जाए तो लगभग 9 लाख 50 हाजर लोगों को या तो लाया जा चुका है, या लाने वाले हैं।

मुख्य सचिव ने निर्देश दिया है कि प्रवासियों को क्वारनटीन, शेल्टर होम या अन्य जिलों में भेजे जाने के लिए पर्याप्त संख्या में प्राइवेट और स्कूल बसों की व्यस्था कराई जाए। पैदल व्यक्ति अगर किसी प्रकार से जिले में आते हैं तो उन्हें वहीं रोककर स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आदेशों के अनुरूप कार्रवाई की जाए। किसी भी प्रवासी को सड़क या रेलवे लाइन पर न चलने दिया जाए।

मुख्य सचिव ने निर्देश दिए हैं कि कोविड-19 की रोकथाम, उपचार और इससे बचाव में लगे हुए सभी कर्मियों को ड्यूटी के दौरान मास्क पहनना अनिवार्य होगा। हर सार्वजनिक स्थल पर हैंड सैनिटाइजर की व्यवस्था कराई जाए। नोडल अधिकारी समय-समय पर सभी व्यवस्थाओंका विशेष रूप से ध्यान रखें।

बता दे, प्रदेश के मुखिया के तौर पर सीएम योगी ने भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार प्रवासी श्रमिकों / कामगारों को ट्रेन से प्रदेश में निःशुल्क ला रही है। मुख्यमंत्री योगी प्रवासी मजदूरों को पैदल या किसी निजी वाहन से वापस न आने की अपील पहले भी कर चुके हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते ही प्रवासी कामगारों / श्रमिकों को भोजन और पानी उपलब्ध कराया जाए। इसके बाद उनकी स्क्रीनिंग करते हुए उन्हें सुरक्षित और सम्मानजनक ढंग से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाए।

आपको बता दे, लॉकडाउन के बीच वापस घर लौट रहे प्रवासी सड़क हादसों का शिकार हो रहे है। आज शनिवार सुबह तड़के 3:30 बजे उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में एक ट्रक ने दूसरे ट्रक को टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में 24 मजदूरों की मौत हो गई है। मृतक इसी ट्रक में सवार थे। इस घटना के बाद घायलों को नजदीकी अस्पताल में पहुंचाया गया है। ये सभी राजस्थान से आ रहे थे और बिहार-झारखंड जा रहे थे। कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया है कि 37 लोग जख्मी हुए हैं। इनमें से 20 को जिला अस्पताल, जबकि गंभीर रूप से जख्मी 15 लोगों को सैफई मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। यह हादसा औरैया के पास चिरूहली क्षेत्र में एक ढाबे के पास हुआ। पुलिस ने बताया कि दोनों ट्रक में मजदूर सवार थे। दिल्ली से आया एक ट्रक चाय पीने के लिए ढाबे के पास रुका था। तभी राजस्थान से आ रहे ट्रक ने खड़े ट्रक में टक्कर मार दी। इसमें चूना भरा हुआ और 30 मजदूर सवार थे। चश्मदीदों ने बताया कि हादसा राजस्थान से आ रहे ट्रक ड्राइवर की झपकी लगने से हुआ। टक्कर के बाद दोनों ट्रक पलट गए। चूने की बोरियों में मजदूर दब गए। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर गहरा दुख जताया है और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जाहिर की थी।

सड़क हादसा / UP के औरैया में एक ट्रक ने दूसरे खड़े ट्रक में मारी टक्कर, 24 मजदूरों की मौत, 37 घायल