सहारनपुर / पैदल बिहार वापस लौट रहे मजदूरों का फूटा गुस्सा, पुलिस ने रोका तो अंबाला हाई-वे किया जाम

यूपी के सहारनपुर में माहौल तनावपूर्ण हो गया है। यहां घर लौट रहे पैदल मजदूरों ने हंगामा शुरू कर दिया है। दरअसल, ये सभी मजदूर बिहार वापस जाना चाहते है लेकिन पुलिस ने सहारनपुर में इन्हें रोक दिया। इसी वजह से नाराज मजदूरों ने अंबाला हाईवे को जाम किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। मजदूर हाथों में झंडा लेकर बिहार की नीतीश सरकार और मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए प्रशाशन द्वारा वहां भारी फोर्स की तैनाती कर दी गई है। ताजा हालात देखते हुए वहां पर मजदूरों और पुलिस के बीच टकराव की आशंका काफी बढ़ गई है।

बता दें, उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में शनिवार को हुए भीषण सड़क हादसे के बाद सीएम योगी ने सख्त आदेश दिए है कि कोई भी जो भी प्रवासी मजदूर पैदल, अवैध या असुरक्षित गाड़ियों से चलकर उत्तर प्रदेश में आने की कोशिश करे तो उन्हें वही रोक दिया जाए। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने शनिवार को कहा कि सीएम योगी ने औरैया सड़क हादसे पर संवेदना व्यक्त करते हुए सभी वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसी भी प्रवासी नागरिक को पैदल, अवैध या असुरक्षित वाहनों से यात्रा न करने दिया जाए। उन्होंने कहा कि अब अन्य प्रदेशों से प्रदेश की सीमा में पैदल, दो पहिया वाहन और ट्रक के जरिए किसी भी प्रवासी व्यक्ति आने की अब इजाजत नहीं होगी।

उन्होंने कहा कि प्रवासियों के लिए हर बॉर्डर पर 200 बसें बॉर्डर के जिलों में व्यवस्थित की गई हैं। अब तक यूपी में 449 ट्रेनें आ चुकी हैं। यह पूरे देश में सबसे अधिक संख्या है। इन ट्रेनों से 5 लाख 64 हजार लोग यात्रा कर चुके हैं। शनिवार को ही 75 ट्रेनें आएंगी, 286 और ट्रेनों के संचालन को सहमति दी गई है।

गाजीपुर-यूपी बॉर्डर पर मजदूरों की भीड़

सीएम योगी के निर्देश के बाद गाजीपुर-यूपी बॉर्डर पर कई प्रवासी मजदूर रोक दिए गए हैं। पुलिस उन्हें अपने क्षेत्र में घुसने नहीं दे रही है। इस वजह से बॉर्डर पर काफी भीड़ बढ़ गई है। नाराज फंसे मजदूर बार-बार ट्रैफिक रोकने की कोशिश कर रहे थे। हालांकि ट्रैफिक पुलिस ने उन्हें सड़क से हटाया और यातायात व्यवस्था बहाल की। थोड़ी देर में एक बार फिर से सड़क पर गाड़ियां दौड़ने लगीं लेकिन किनारे कई परिवार इकट्ठा हो गए। जो अपने बच्चों के साथ सड़क पर बैठने को मजबूर हैं।