अहमदाबाद / घर वापसी के लिए मजदूरों का हंगामा, पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले

सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद मजदूरों के पलायन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। कहीं मजदूर सैकड़ों किलोमीटर का सफर पैदल ही तय कर रहे हैं तो कहीं मजदूर इस आस में हैं कि उन्हें घर भेजने का सरकार इंतजाम करेगी। ऐसे में ये मजदूर सड़कों पर हंगामा कर रहे है। ताजा मामला अहमदाबाद से सामने आया है। यहां, किसी ने मजदूरों को बता दिया कि आईआईएम के पास से बस जा रही है। इसके बाद मजदूरों का हुजूम आईआईएम के पास पहुंच गया, लेकिन वहां बस नहीं दिखी। इसके बाद मजदूर भड़क गए और पुलिस के साथ भिड़ंत हो गई। मजदूरों पर पुलिस की ओर से आंसू गैस के गोले दागे गए हैं।

क्वारनटीन सेंटर की व्यवस्था से नाराज प्रवासी मजदूर, किया हंगामा

वहीं, बिहार के बेगूसराय में क्वारनटीन सेंटर की व्यवस्था से नाराज प्रवासी मजदूरों ने पहले सेंटर के अंदर जमकर हंगामा किया, फिर बाहर निकल कर सड़क जाम कर दिया। इतना ही नहीं मजदूर इतने आक्रोशित थे कि जाम के दौरान एक ट्रैक्टर निकलने की कोशिश की तो उस पर मजदूरों ने जमकर पत्थरबाजी भी की।

दरअसल भगवानपुर थाना क्षेत्र के मेहदौली मध्य विद्यालय में बनाए गए क्वारनटीन सेंटर में देर रात 112 मजदूरों को लाया गया था, जहां पर उनकी कोई व्यवस्था नहीं की गई थी।

मजदूरों का आरोप है कि रात में खाना के नाम पर चूरा-शक्कर दिया गया। वह भी सभी मजदूरों को नहीं दिया। शिकायत करने पर पुलिस से पिटवाने की बात कही जाती है। मजदूरों ने कहा कि सोने के लिए बिछावन तक नहीं दी गई। इसी से नाराज प्रवासी मजदूरों ने सोमवार सुबह भगवानपुर- बनवारीपुर सड़क को जाम कर दिया। इस दौरान मजदूरों ने सड़क किनारे मनरेगा के तहत लगाए गए पौधे का घेराबंदी उखाड़ कर सड़क पर घेराबंदी कर दी और जमकर हंगामा किया।

बता दे, गुजरात में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे है। यहां अब तक 11,380 लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके है। वहीं 659 लोगों की मौत इस वायरस के चलते हो गई है। राज्य में अहमदाबाद शहर में 8,420 लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके है वहीं, 524 लोगों की मौत इस वायरस की वजह से हो गई है।