देश में बिना वैक्सीन के हर्ड इम्युनिटी डेवलप करना बेहद खतरनाक : हेल्थ मिनिस्ट्री

देश में 24 घंटे में रिकॉर्ड 52 हजार 263 मरीज बढ़े। इस हफ्ते में यह दूसरी बार है जब संक्रमितों का आंकड़ा 50 हजार के पार हुआ। इससे पहले 25 जुलाई को 50 हजार 72 मामले मिले थे। अब तक 15 लाख 87 हजार 617 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, मरने वालों का आंकड़ा 35 हजार के पार हो चुका है। देश में 10 लाख 22 हजार 565 से ज्यादा मरीज ठीक हो चुके हैं। 5 लाख 29 हजार 967 से ज्यादा एक्टिव मरीज हैं, यानी इनका इलाज चल रहा है। वहीं, गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा कि हर्ड इम्युनिटी एक इनडायरेक्ट प्रोटेक्शन है। हर्ड इम्युनिटी वैक्सिनेशन के बाद पैदा होती है या फिर पहले बीमारी से ठीक होने वाले मरीजों में होती है। भारत की जनसंख्या 138 करोड़ है। इस तरह की जनसंख्या वाले देश में बिना वैक्सीन के हर्ड इम्युनिटी डेवलप करना सही नहीं है। यह बेहद खतरनाक है।

- राजेश भूषण ने कहा कि रिकवरी रेट बढ़ रही है। अप्रैल में यह 7.85% और आज यह 64.4% है। हमने अपने टेस्टिंग के इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाया है। देश में एक करोड़ 81 लाख 90 हजार टेस्ट किए जा चुके हैं। हमने देशभर में 1400 लैब्स बनाई हैं। कल दिन में चार लाख 46 हजार टेस्ट हुए हैं।

- उन्होंने कहा- 25, 26 और 27 जुलाई को हमने पांच लाख से ज्यादा टेस्ट किए।

- देश में 10 लाख की जनसंख्या पर 324 टेस्ट होते हैं। उधर, 21 राज्यों में 10% से कम पॉजिटिविटी रेट है।

- राजस्थान, पंजाब, मध्य प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में पॉजिटिविटी रेट 5% से कम है। आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में पॉजिटिविटी रेट 10% से ज्यादा है।

- देश के 16 राज्यों में देश के औसत से ज्यादा रिकवरी रेट है। इसमें दिल्ली में 88%, लद्दाख में 80%, हरियाणा में 78%, असम में 76%, तेलंगाना 74%, तमिलनाडु और गुजरात 73%, राजस्थान में 70%, मध्य प्रदेश में 69%, गोवा में 68% हैं।

- विश्व की तुलना में भारत में मृत्यु दर 2.21% है, रूस को छोड़कर बाकी बड़े देशों में मृत्यु दर भारत से कहीं ज्यादा है जो कि विकसित देशों की तुलना में सबसे कम है।

- देश के कई राज्यों में मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत की तुलना में काफी कम है। राज्यों को इंफेक्शन की दर कम करने और मृत्यु दर कम रखने के निर्देश दिए गए हैं।

- भारत में कोविड-19 (Covid-19) केस लोड एक्टिव मामलों की संख्या है न कि कुल मामलों यानी कि 15 लाख मामलों की संख्या। रिकवर्ड केस, एक्टिव केसों की तुलना में 1.9 गुना अधिक हैं।

बता दे, दुनिया में 3 वैक्सीन फेज-3 क्लीनिकल ट्रायल पर हैं। इसमें एक अमेरिका, दूसरी ब्रिटेन और तीसरी चीन में है। भारत में 2 वैक्सीन हैं। दोनों के फेज-1 और फेज-2 ट्रायल शुरू हो चुके हैं। आठ हॉस्पिटलों में ये ट्रायल चल रहे हैं। वैक्सीन की उपलब्धता दो तरीकों से हो सकती है।

कम्युनिटी स्प्रेड की बहस बेकार

स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि कम्युनिटी स्प्रेड की कोई परिभाषा नहीं है। डब्ल्यूएचओ ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। 2011 की जनगणना के मुताबिक 640 जिले थे आज 740 जिले हैं और यहां केवल 50 जिलों में 80% केस हैं। ऐसे में कम्युनिटी स्प्रेड की बात गलत है। इसलिए यह बहस ही बेकार है।