चीन में एक बार फिर से कोरोना वायरस ने हाहाकार मचा दिया है। महामारी विशेषज्ञों का कहना है कि चीन में अगले 90 दिनों में 60 फीसदी आबादी कोरोना की चपेट में होगी। साथ ही ये भी कहा गया कि तेजी से फैलते संक्रमण के चलते लाखों की संख्या में लोगों की मौत हो सकती है। चीन में एक बार फिर बढ़ता कोरोना संक्रमण पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बन रहा हैं। दुनियाभर में बढ़ रहे केसों को देखते हुए भारत सरकार भी अलर्ट मोड़ पर आ गई हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को अलर्ट भेजा है। सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि वे नए कोरोना से संक्रमित मरीजों का सैंपल INSACOG (Indian SARS-CoV-2 Genomics Consortium) प्रयोगशाला को भेजे ताकि वहां इस सैंपल का जिनोम सीक्वेंसिंग हो सके और अगर कोरोना का कोई नया वैरिएंट पनपता है तो उसे ट्रैक किया जा सके। इसके आधार पर केंद्र सरकार आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों की सुविधा प्रदान करेगी। बता दें कि इस वक्त केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और INSACOG देश में कोरोना के ट्रेंड पर नजर रखे हुए हैं।
इतना ही नहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया आज सुबह साढ़े 11 बजे 'अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य' को ध्यान में रखते हुए कोरोना महामारी पर बैठक करेंगे जिसमें स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कई बड़े अफसर शामिल होंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैठक में आयुष विभाग, स्वास्थ्य विभाग, फार्मास्यूटिकल्स, बायो तकनीक, ICMR के महानिदेशक राजीव बहर, नीती आयोग के सदस्य समेत अन्य अधिकारी शामिल हो सकते हैं।