कोरोना वायरस / तबलीगी जमात न होता तो लॉकडाउन बढ़ाने की जरूरत नहीं होती : नकवी

भारत में शनिवार सुबह तक कोविड-19 संक्रमण से संक्रमित हुए लोगों की संख्या 59 हजार के पार हो गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, 'अबतक 1,981 मौतों सहित कुल 59 हजार 662 लोग कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं। वहीं, उपचार के बाद कुल 39 हजार 834 लोगों को पूर्ण रूप से स्वस्थ होने पर अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई।' देश मे सबसे ज्यादा कोरोना के मरीज महाराष्ट्र में हैं। यहां अबतक 19,063 लोग कोरोना पीड़ित मिले हैं। महाराष्‍ट्र में 731 लोगों की मौत हुई है। एक निजी न्यूज चैनल के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा तबलीगी जमात का मामला सामने न आता तो कोरोना के लिए लॉकडाउन को तीसरे चरण में बढ़ाने की जरूरत ही नहीं पड़ती।

तबलीगी जमात न होता तो लॉकडाउन बढ़ाने की जरूरत नहीं होती

नकवी ने कहा कि हालांकि, तबलीगी जमात का मामले न आया होता तो लॉकडाउन को दूसरे और तीसरे चरण में बढ़ाने की जरूरत ही नहीं पढ़ती। उन्होंने कहा कि कुछ लोग हैं जो तबलीगी जमात को जस्टिफाई करने और सांप्रदायिक तड़का देने में जुटे हैं। इसके बावजूद 95% हिंदू-मुस्लिम एक दूसरे के मदद कर रहे हैं। तबलीगी जमात प्रकरण पर नकवी ने कहा कि किसी एक संस्था या किसी एक व्यक्ति के गुनाह के लिए पूरे समुदाय को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। उस संस्था ने जो भी आपराधिक लापरवाही या अपराध किया, उसकी ज्यादातर मुसलमानों ने खुलकर निंदा की और कार्रवाई करने की मांग की है। इसलिए किसी एक संस्था के गुनाह को पूरे कौम के गुनाह के रूप में नहीं देख सकते।

उन्होंने कहा कि पूरा देश इस लड़ाई में एकजुट होकर साथ खड़ा हुआ है। नरेंद्र मोदी जी ने जब हाथ जोड़कर मुल्क के नागरिकों से अपील की थी तो सभी 130 करोड़ लोग उसमें शामिल हैं। यह अपील धर्म और जाति पर आधारित नहीं थी। उनकी अपील को सभी ने स्वीकार किया और उस पर पूरी तरह अमल किया।