कोरोना का कहर, 10 करोड़ बुजुर्ग, 7.7 करोड़ मधुमेह और 40 करोड़ हाई BP के रो​गियो के लिए है समय खतरनाक

देश इस समय कोरोना वायरस के संकट के दौर से गुजर रहा है। कोरोना की चुनौती को मात देने के लिए सरकार और लोग दोनों गंभीर है। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने कल लिए 21 दिन के लॉक डाउन की घोषणा पीएम मोदी पहले ही कर चुके हैं। देश में लॉक डाउन के 12 दिन बीत चुके हैं। ऐसे में अब स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि अभी खतरा टला नहीं है और आगे और सतर्क रहने की जरूरत है। अभी भी बुजुर्गों को विशेष रूप से आगे भी सोशल ​डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।

दुनियाभर में कोरोना वायरस के मरीजों को देखने से पता चला है कि वायरस का सबसे ज्यादा असर बुजुर्गों और बच्चों को हुआ है। इसके अलावा कोरोना वायरस ने डायबिटीज, हार्ट, हाइपरटेंशन और किडनी से संबंधित बीमारी वालों पर गहरा असर किया है। बता दें कि देश में अभी तक कोरोना से ​जितने भी मरीज मिले हैं उनमें से 16.69% 60 वर्ष से अधिक आयु के हैं। बता दे, देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 4,460 हो गई है। सोमवार को महाराष्ट्र में 33, गुजरात में 16, आंध्रप्रदेश में 14, राजस्थान में 8 और झारखंड में संक्रमण का 1 नया मामला सामने आया है। रविवार को देश में सबसे ज्यादा 605 मामले सामने आए थे। महाराष्ट्र में 150 से ज्यादा, आंध्रप्रदेश में 34, गुजरात में 14, मध्यप्रदेश में 14, हिमाचल में 7, राजस्थान में 6, पंजाब में 3, कर्नाटक-ओडिशा में 2-2 और झारखंड में 1 मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। ये आंकड़े covid19india.org वेबसाइट के मुताबिक हैं। हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, सोमवार सुबह 9 बजे तक संक्रमितों की संख्या 4067 है। इनमें से 291 ठीक हो चुके हैं, जबकि 109 मरीजों की मौत हुई है।

ऐसे में देश के 10 करोड़ बुजुर्ग, 7.7 करोड़ डायबिटिक, 11.35 करोड़ किडनी और 40 करोड़ हाई ब्लड प्रेशर से परेशान हैं, उन्हें लॉक डाउन खुलने के बाद और भी ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। इसी के साथ नेशनल हेल्थ प्रोफाइल 2019 के आंकड़ों के मुताबिक देश की कुल आबादी में 8.5% 0 से 4 वर्ष के बच्चे है जबकि 8.9% 5 से 9 वर्ष तक की आयु के बच्चे हैं। कोरोना के इस खतरनाक दौर में इन बच्चों में संक्रमण फैलने की संभावना ज्यादा है। ऐसे में बच्चों को भी ज्यादा से ज्यादा घर में रखने की जरूरत है।

कोरोना से बचने का एक ही मंत्र, घर पर रहे सुरक्षित रहें

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि इस समय हालात हमारे नियंत्रण में हैं और बहुत जल्द इसका असर दिखने लगेगा। इसके बावजूद जिन जिन इलाकों और शहरों में लॉक डाउन खोला जाएगा वहां के बुजुर्गों और बच्चों को और भी ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होगी। मंत्रालय की ओर से एक फिर कहा गया है कि सोशल डिस्टेसिंग से ही इस बीमारी से बचा जा सकता है। ऐसे में घर पर रहे सुरक्षित रहें।